गिरजाघर में लगी आग का यह वीडियो अभी का नहीं, वर्ष 2020 का है।

27 जून को 17 वर्षीय फ्रांसीसी-अल्जीरियाई नाहेल को एक पुलिस अधिकारी ने गोली मार दी व उसकी मृत्यु हो गयी। कहा जा रहा है कि उसने कथित तौर पर अधिकारियों के साथ सहयोग करने से इनकार कर दिया था। इस वजह से उसे गोली मार दी गयी। जिसके बाद फ्रांस में हिंसा शुरू हो गयी। इसके चलते कई वीडियो व तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल हो रही है। ऐसे में एक और वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से शेयर किया जा रहा है। उसमें आप एक गिरजाघर को जलते हुये देख सकते है। दावा किया जा रहा है कि फ्रांस में हाल ही में हो रही हिंसा के दौरान प्रदर्शनकारियों ने गिरजाघर में भी आग लगायी। इंटरनेट पर यूज़र्स फ्रांस के लोगों को मुस्लिम शरणार्थियों को फ्रांस में रहने की अनुमति देने के लिये जिम्मेदार ठहरा रहे है।

वायरल हो रहे पोस्ट में यूज़र ने लिखा है, “फ्रांस ने भी मोहब्बत की दुकान खोली थी, 5 लाख मुजाहिद शरणार्थियों को अपने देश मे शरण दी थी। हाल खुद ही देख लो।“

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अनुसंधान से पता चलता है कि...

इस वीडियो की जाँच हमने इनवीड-वी वैरिफाई टूल के माध्यम से छोटे कीफ्रेम्स में काटकर की। परिणाम में यही वीडियो FRANCE 24 English के आधिकारिक चैनल पर 18 जुलाई 2020 को प्रसारित किया हुआ मिला। इसके साथ दी गयी जानकारी में बताया गया है कि यह वीडियो पश्चिमी फ्रांस के नैनटेस शहर में स्थित गिरजाघर का है। वहाँ वर्ष 2020 में भीषण आग लगी थी व 15वीं सदी में बनी इमारत का एक भव्य हिस्सा नष्ट हो गया।

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18 जुलाई को प्रकाशित न्यू योर्क टाइम्स की रिपोर्ट में भी वीडियो में दिख रहे गिरजाघर का वीडियो पोस्ट किया गया है। उसमें बताया गया है कि शनिवार यानि की 18 जुलाई की सुबह पश्चिमी फ्रांसीसी शहर नैनटेस के गिरजाघर के अंदर आग लग गयी थी। वीडियो में दिख रही तस्वीरें उसी की है। इसमें बताया गया है कि गिरजाघर में तीन अलग-अलग जगह से आग लगी थी।

इस साल 30 मार्च को प्रकाशित RFI की रिपोर्ट में बताया गया है कि गिरजाघर के स्वयंसेवक इमैनुएल अबायिसेंगा ने खुद आग लगायी थी। कोर्ट की जाँच में पता चला कि वह उस समय मानसिक रूप से अस्वस्थ था। उसे जेल की सज़ा दी गयी है इसके अलावा उसे नैनटेस से पांच साल के लिये प्रतिबंधित कर दिया है। उसपर किसी भी तरह का हथियार रखने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। यह वीडियो हाल ही में फ्रांस में हो रही हिंसा का नहीं, वर्ष 2020 में नैनटेस के गिरजाघर में आग लगी थी, उसका है।

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Title:वर्ष 2020 में लगी गिरजाघर में आग के वीडियो को फ्रांस में हो रहीं हिंसा का बताया जा रहा है।

Written By: Samiksha Khandelwal

Result: False