
बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की खबरों के बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें अस्पताल में कई महिलाओं के शव जमीन पर पड़े हुए देखा जा सकता है। वायरल पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि वायरल वीडियो बांग्लादेश का है जहां मुस्लिमों ने हिंदू महिलाओं का बेरहमी से बलात्कार किया और फिर उनकी हत्या कर दी।
वायरल वीड़ियो के साथ यूजर ने लिखा है- बांग्लादेश में १ वर्ष से लेकर ७० वर्ष तक कि आयु कि औरतों पर भी २०-२० मुसलमान सुवरों ने बलात्कार किया और बाद में उन्हें मारकर फेंक दिया। क्या आपको इन बेबस, बदनसीब, लाचार औरतों में अपनी माता, बहन, बेटी नहीं दिखती? क्या आपका ख़ून सूख गया हैं? क्या आपका ख़ून पानी हो गया हैं?
https://archive.org/details/screencast-www_facebook_com-2024_12_09-13_49_54
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो की कुछ तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में वायरल वीडियो हमें एक यूट्यूब पर अपलोड किया हुआ मिला। वीडियो को 3 जुलाई 2024 को पोस्ट किया गया है। इससे ये साफ है कि वीडियो हाल का नहीं है। जबकि बांग्लादेश में शेख हसीना द्वारा 5 अगस्त को देश छोड़ने के बाद से लगातार वहां हिंदू विरोधी हिंसा की खबरें आ रही हैं। लेकिन ये वीडियो उस घटना से एक महीने पहले से यूट्यूब पर मौजूद है।
चैनल पर प्रकाशित जानकारी के अनुसार ये वीडियो उत्तर प्रदेश के हाथरस का है, और लिखा है कि हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के बाद भगदड़ मच गई।
यही वीडियो Zee MPCG के फेसबुक पेज पर भी शेयर किया गया है। कैप्शन में लिखा है कि हाथरस में एक धार्मिक समारोह के दौरान भगदड़ मच गई।
मिली जानकारी की मदद लेते हुए आगे की जांच करने पर हमें कई मीडिया रिपोर्टस मिली, जिसमें वायरल वीडियो की खबर मौजूद है। रिपोर्ट यहाँ, यहाँ और यहाँ पर देखा जा सकता है।
प्रकाशित रिपोर्टों के अनुसार, 2 जुलाई 2024 को उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के पुलराई (फुलारी) गाँव में प्रवचनकर्ता सूरज पाल सिंह, जिन्हें भोले बाबा के नाम से भी जाना जाता है, के नेतृत्व में आयोजित सत्संग में हुई भगदड़ के दौरान लोगों की मौत हो गई वहीं कुछ लोग घायल हो गए थे। इस त्रासदी में कम से कम 120 लोगों, जिनमें ज़्यादातर महिलाएँ और बच्चे थें ने अपनी जान गंवा दी।
इसके अलवा हमें सत्संग में मची भगदड़ से संबंधित न्यूज रिपोर्ट् इंडिया टुडे में भी मिलीं, जिनमें वायरल वीडियो से मिलती-जुलती तस्वीरें हैं। रिपोर्ट के अनुसार ये वीडियो सिकंदराराऊ ट्रॉमा सेंटर का है। हमने वायरल वीडियो और इंडिया टुडे में प्रकाशित तस्वीरों का विश्लेषण किया। जिससे ये स्पष्ट है कि वीडियो बांग्लादेश का नहीं है। ये उत्तर प्रदेश के हाथरस का है।
निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, हाथरस भगदड़ में मारे गए लोगों के शवों के वीडियो को बांग्लादेश में मुसलमानों द्वारा हिंदुओं की हत्या करने के झूठे दावे से शेयर किया जा रहा है।

Title:हाथरस भगदड़ का पुराना वीडियो बांग्लादेश में हिंदू विरोधी हिंसा से जोड़ा गया…
Written By: Sarita SamalResult: False
