मूल वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी अपनी शिक्षा के बारें में पूरी जानकारी देते है। वायरल वीडियो को काटकर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

सोशल मीडिया पर अक्सर नेताओं के आधे अधूरे बयानों के वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जाता है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री मोदी के वीडियो को तेजी से शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने खुद कहा की वे पढ़े लिखे नहीं है। ये वीडियो प्रधानमंत्री मोदी और पत्रकार राजीव शुक्ला के बीच हुए इंटरव्यू का है।
वीडियो में पीएम मोदी को कहते हुए दिखाया गया है कि “मैं कोई पढ़ा लिखा व्यक्ति नहीं, लेकिन परमात्मा की कृपा है और उसके कारन शायद मुझे नई नई चीज़े जानना या सीखने का बड़ा शौक था।
एंकर पूछता है कि “कितना पढ़े है आप?”
पीएम मोदी- वैसे तो मैंने 17 के उम्र में घर छोड़ दिया, स्कूली शिक्षा के बाद मैं निकल गया, तबसे लेकर आज तक मैं भटक रहा हूँ, नयी चीजें पाने के लिए।
एंकर- सिर्फ स्कूल तक पढ़े है? प्राइमरी स्कूल तक?
पीएम् मोदी- हाई स्कूल तक।”
वायरल वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी खुद कह रहे हैं कि मैं अनपढ़ हूं। पढ़े-लिखे प्रधानमंत्री नोटबंदी जैसी बेतुकी बातें नहीं करते और कोरोना में लोगों से थाली नहीं बजाते।”
अनुसन्धान से पता चलता है कि….
जाँच की शुरुवात हमने वायरल वीडियो को यूट्यूब पर ढूँढने से की, परिणाम से हमें ये इंटरव्यू 1 मार्च 2010 में अपलोड किया हुआ पाया। वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है कि “राजीव शुक्ला के साथ नरेंद्र मोदी साक्षात्कार।” वीडियो के विवरण में लिखा गया है कि “रु बा रु पर राजीव शुक्ला (जब वे एक पत्रकार थे) द्वारा नरेंद्र मोदी का पुराना साक्षात्कार (2001 से पूर्व)।” ये इंटरव्यू 10 मिनट लम्बी है। इस इंटरव्यू को ध्यान से सुनने पर हमें पता चलता है की ओरिजिनल वीडियो को बीच से काटकर भ्रामक दावे के साथ फैलाया जा रहा है।
नीचे आप ओरिजिनल वीडियो का ट्रांसक्रिप्शन पढ़ सकते है जिससे आप स्पष्ट हो सकते है की वायरल वीडियो अधुरा है।
एंकर– बड़ा कंप्यूटर सेवी है, आपको कंप्यूटर पर काम करना इन्टरनेट पर काम करना, अपनी वेबसाइट बनाना इन सबका बड़ा शौक है। और बीजेपी में बहुत कम लोग है जो टेक्नोलॉजी से प्रेम करते है जो थोडा सा टेक्नोलॉजी में ज्यादा दखल रखते है; उस तरह का आपका शौंक है।
पीएम् मोदी– मैं कोई पढ़ा लिखा व्यक्ति नहीं, लेकिन परमात्मा की कृपा है और उसके कारन शायद मुझे नई नई चीज़े जानना या सीखने का बड़ा शौक था।
एंकर– “कितना पढ़े है आप?”
पीएम् मोदी– वैसे तो मैंने 17 के उम्र में घर छोड़ दिया, स्कूली शिक्षा के बाद मैं निकल गया, तबसे लेकर आज तक मैं भटक रहा हूँ, नयी चीजें पाने के लिए।
एंकर– सिर्फ स्कूल तक पढ़े है? प्राइमरी स्कूल तक?
पीएम् मोदी– हाई स्कूल तक।
पीएम् मोदी– बाद में हमारे एक संघ के एक अधिकारी के उनके आग्रह में मैंने एक्सटर्नल एग्जाम देना शुरू किया, तो दिल्ली यूनिवर्सिटी से मैंने बी.ए कर लिया, एक्सटर्नल एग्जाम देकरके। फिर भी उनको आग्रह रहा तो मैंने एम्.ए कर लिया एक्सटर्नल एग्जाम से, मैंने कभी कॉलेज का दरवाज़ा देखा नहीं, लेकिन मैं यूनिवर्सिटी में पहला आ गया मैं। लेकिन वो तो शायद संघ के संस्कार का हो , या कुछ प्रेरणा कहो अपने अधिकारीयों की जिसके कारण हम कुछ अपने विकास करने पर लगे रहे। जब ये शास्त्र मेरे सामने आया मैं इसका पोटेंशियल समझ गया, कंप्यूटर का- कंप्यूटर, इन्टरनेट, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी- और फिर तो उसमे मन इतना लग गया की कभी रात को देर तक मैं इन्टरनेट पर खोया रहता हु, बहुत सी दुनिया की चीजों पर बुक शॉप पर चला जाता हूँ।
एंकर- कंप्यूटर के आलावा आपका शौक क्या है?
पीएम मोदी- मैं हॉर्स रीडिंग करता हूँ, मैं ट्रैकिंग करता हूँ, एवेरेस्ट की हाईट है 29000 फीट मैं 25-3000 फीट तक हो आया हूँ, मैं कैलाश मानसरोवर पैदल हो आया हूँ।
एंकर- सुना है की आपने तमाम किताबे लिखी है?
पीएम मोदी- हाँ मैंने किताबे लिखी है, अभी भी मेरा लिखने का शौंक हैं, मैं लिखते रहता हूँ लेकिन राजनीती में आने के बाद कुछ कम हो गया है।
एंकर- कितनी किताबे अपने लिखी है?
पीएम मोदी- 6 किताबे मेरी प्रसिद्द हो चुकी है और शायद 3-4 किताबों का मटेरियल वैसे का वैसा है, कभी समय मिल जाये तो मैं उसको भी ख़त्म कर लूँगा।
एंकर- जितनी पदअधिकारी है बीजेपी के, सबसे ज्यादा टिपटॉप, स्मार्ट कपड़ों से, चश्मे से, पेन से, वेशभूषा से आप ही रहते है।
पीएम मोदी- सबसे रहता हूँ ऐसी बात है तो मुझे अच्छा लगेगा, लेकिन मैं रहना चाहता ज़रूर हूँ, मैं मानता हूँ की बहुतअच्छे ढंग से रहना चाहिए।
एंकर- पार्टी की संस्कृति के थोड़ा विरुद्ध तो नहीं है? क्योंकि सादगी जो है, पार्टी में बड़ा ज़ोर है।
पीएम मोदी- मेरे शरीर पर कोई ऐसी चीज़ आपको नज़र नहीं आयेगी जिसमें सादगी का हो, अच्छे तरीके से रहना, गंद रहना, जूतों का पोलिश नहीं किया, कुर्ता ऐसा है। मेरी आदत नहीं है, बचपन से आदत नहीं है, लेकिन मुझे नहीं लगता है की मैंने कभी कोई महंगी चीज़ परचेज़ किया है। कभी है। मेरे शरीर पर तो कोई महंगी चीज़ नही है, लेकिन मुझे साफ़ सुतरा, धोया हुआ, प्रेस किया हुआ पहनना – मुझे अच्छा लगता है।
नीचे आप दोनों वीडियो के बीच की तुलना देख सकते है।
निष्कर्ष-
तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने वायरल वीडियो को आधा काटकर भ्रामक दावे के साथ फैलाते हुए पाया है। मूल वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी अपनी शिक्षा के बारें में पूरी जानकारी देते है। वायरल वीडियो अधुरा है, वीडियो को बीच से काटकर शेयर किया जा रहा है।

Title:CLIPPRED VIDEO: प्रधानमंत्री मोदी ने नहीं कहा की वे पढ़े लिखे नहीं है। वीडियो अधुरा है।
Fact Check By: Drabanti GhoshResult: Missing Context
