सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें एक व्यक्ति को कुछ लोग जबरन पकड़ कर ले जाते नजर आ रहे हैं। वीडियो के साथ यूजर दावा कर रहे हैं कि सऊदी अरब में गाज़ा का समर्थन कर रहे एक इमाम को पुलिस ने गिरफ़्तार किया।

कई यूज़र्स ने ये भी कहा है कि अरब नेताओं से गाज़ा के लोगों के समर्थन में खड़े होने का आग्रह करने पर सऊदी पुलिस ने एक इमाम को हिरासत में लिया।

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- अरब नेताओं से गाजा लोगों के समर्थन में खड़े होने का आग्रह करने वाले एक सऊदी इमाम को सऊदी पुलिस ने हिरासत में लिया।

ट्विटरआर्काइव

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में वायरल वीडियो के कुछ स्क्रीनशॉर्ट्स लिए। मिली तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च करने पर वायरल वीडियो हमें फेसबुक पेज पर दिखाई दिया।

वीडियो 3 मार्च 2018 को अपलोड किया गया है।

पोस्ट के अनुसार, सऊदी अरब में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की नई नीतियों की आलोचना करने के लिए एक इमाम को गिरफ्तार किया गया था।

मिली जानकारी की मदद लेते हुए हमने अलग अलग की-वर्डस का इस्तमाल किया। हमें वायरल वीडियो से जुड़ी खबर ‘अलमशाद न्यूज़‘ नाम की एक वेबसाइट पर 3 मार्च 2018 को खबर प्रकाशित मिली।

यह घटना कथित तौर पर मार्च 2018 में सऊदी के यानबू अल-बहर में जबरिया मस्जिद में हुई थी।

रिपोर्ट के मुताबिक, एक मानसिक रूप से विकलांग व्यक्ति ने मस्जिद में जुमे की नमाज़ से पहले इमाम द्वारा दिए जाने वाले उपदेश देने की कोशिश की थी। इसके बाद अधिकारियों ने उसे बलपूर्वक मंच से नीचे लाने के लिए मजबूर किया।

हमें इस घटना का 2 मिनट 31 सेकेंड का लंबा वीडियो मिला जिसे ‘इस्लामिक इनफार्मेशन‘ नाम के यूट्यूब चैनल पर 3 मार्च 2018 को अपलोड कियागया था। इसके टाइटल में बताया गया है कि सऊदी सरकार की आलोचना करने पर एक इमाम को बाहर किया गया।

मदीना क्षेत्र में इस्लामिक मामलों के मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता माजिद अल-मुहम्मदी ने भी एक स्पष्टीकरण जारी किया, जिसमें पुष्टि की गई कि वह व्यक्ति इमाम नहीं बल्कि मानसिक रूप से विकलांग व्यक्ति था। चिकित्सीय जांच के बाद पुष्टि हुई कि वह मानसिक रूप से विकलांग है। वह व्यक्ति की उम्र 70 वर्ष के आसपास थी।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, फ़िलिस्तीन का समर्थन करने पर सऊदी इमाम को गिरफ्तार करने के दावे से वायरल वीडियो 5 साल पुराना है। वायरल वीडियो का हाल में इज़राइल-फिलिस्तीन के बीच चल रहे संघर्ष से कोई संबंध नहीं है।

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Title:सऊदी अरब में गाजा समर्थक इमाम की गिरफ्तारी का दावा झूठा, वीडियो 5 साल पुराना…..

Written By: Sarita Samal

Result: False