सोशल मीडिया पर पूर्णिया सांसद पप्पू यादव का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें रोते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में वो यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि लोगों ने उन्हें पीटा है। वायरल पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि पप्पू यादव ने लॉरेंस बिश्नोई को मारने की चुनौती देने के बाद किसी ने उनकी पिटाई कर दी, पप्पू इतना घबरा गए कि मीडियाकर्मियों के सामने फूट-फूट कर रोने लगे।

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- बाबा सिद्दीकी की हत्या से दुखित होकर कल पप्पू यादव चौबीस घंटे में लारेंस विश्नोई के पूरे गैंग को ठिकाने लगाने की बात कर रहे थे। शाम में पता नहीं रास्ते में इन्हें किसी ने पकड़ कर कूट दिया तो अब कूं ..कूं . .करके रो रहे हैं।

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के बारे में जानने के लिए अलग अलग की-वर्ड का इस्तेमाल करना शुरु किया। परिणाम में वायरल वीडियो हमें न्यूज तक के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला। यहां पर ये वीडियो 7 सितंबर 2018 को अपलोड किया गया है। इससे ये साफ है कि वायरल वीडियो हाल का नहीं है।

प्रकाशित खबर के मुताबिक, पप्पू यादव पटना से मधुबनी जा रहे थे, लेकिन मुजफ्फरपुर में बंद समर्थकों ने उनके काफिले को रोक दिया और उन पर हमला कर दिया। यही सब बताते हुए पप्पू यादव पत्रकारों से बात करते-करते फूट-फूट कर रोने लगे।

मिली जानकारी की मदद लेते हुए आगे की जांच करने पर वायरल वीडियो की खबर हमें Live Cities Media नाम के एक यूट्यूब चैनल पर मिला। यहां पर ये खबर 6 सितंबर 2018 को अपलोड किया गया है। खबर के अनुसार पप्पू यादव, खबड़ा गांव में खुद पर हुए जानलेवा हमले के बारे में मीडियाकर्मियों से बात कर रहे हैं। वीडियो में वो कहते हैं कि उनके साथ गाली-गलौज की गई और अगर उनके साथ सुरक्षाकर्मी न होते तो उन्हें जान से मार दिया जाता।

वीडियो में वो कहते हैं, "मैं एसपी को फोन किया, नहीं उठाया। आईजी को किया, नहीं उठाया। सीएम को किया, नहीं उठाया। सीएम का पीए उठाया। किस तरीके से मारा, मैं बता नहीं सकता। इतना कहते हुए वो फूट-फूटकर रोने लगते हैं।

निम्न में पूरी खबर देखें।

वहीं इस खबर को जनसत्ता और आजतक ने भी कवर किया है।

रिपोर्ट के मुताबिक, पप्पू यादव पर ये हमला 6 सितंबर 2018 को मुजफ्फरपुर में हुआ था। उस दौरान मुजफ्फरपुर में हुए बालिका गृह कांड के खिलाफ नारी सुरक्षा के लिए मधुबनी से पटना तक पैदल यात्रा का ऐलान किया था।

इसी की शुरुआत करने वे मधुबनी के बासोपट्टी जा रहे थे। तभी मुज़फ्फरनगर में सवर्ण संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के प्रदर्शनकारियों ने पप्पू यादव का काफिला रोक दिया था।

सवर्ण संगठनों ने अनुसूचित जाति-जनजाति (एससी/एसटी) संशोधन अधिनियम के खिलाफ भारत बंद का ऐलान किया था।

काफिला रोके जाने के बाद पप्पू यादव ने मान-मनौव्वल किया तो प्रदर्शन कर रहे एक गुट ने जाने दिया, लेकिन दूसरे गुट ने उनके काफिले पर हमला कर दिया। इसी दौरान पत्रकारों से बात करते हुए पप्पू यादव रोने लगे थे और उन्होंने कहा था कि अगर हमारे गार्ड्स नहीं होते तो वे लोग हमें जान से मार देते।

पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने लॉरेंस बिश्नोई को दी चुनौती-

महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को हत्या कर दी गई। कथित तौर पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के एक सदस्य ने सोशल मीडिया के जरिये इस हत्या की जिम्मेदारी ली है, जिसके बाद पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने लॉरेंस बिश्नोई को चुनौती देते हुए कहा कि अगर कानून इजाजत दे तो वो 24 घंटे में लॉरेंस बिश्नोई का नेटवर्क खत्म कर देंगे। निम्न में खबर देखें।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, यह वीडियो साल 2018 का है, जब सवर्ण संगठनों द्वारा एससी/एसटी एक्ट के विरोध में बुलाए गए प्रदर्शन के दौरान पप्पू यादव पर हमला हुआ था। वीडियो को गलत दावे के साथ हाल का बताकर शेयर किया जा रहा है।लॉरेंस बिश्नोई को चुनौती देने के बाद पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव फूट-फूट कर रोने लगे।

Claim Review :   लॉरेंस बिश्नोई को चुनौती देने के बाद पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव फूट-फूट कर रोने लगे।
Claimed By :  Social media user
Fact Check :  FALSE