वायरल वीडियो में राहुल गांधी का भारतीय ध्वज को हटाने के लिए कहना पूरी तरह एडिटेड है।

लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही 2024 के सबसे बड़े चुनावी समर का आगाज़ हो चुका है। इस बार सियासी मैदान में मुकाबला एनडीए बनाम इंडिया का है। एक तरफ मोदी के नेतृत्व वाला गठबंधन 400 पार के सपने देख रहा है तो वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन किसी भी हाल में अपनी जीत के सपने को संजोए बैठा है। इसी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा से जुड़ा एक वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें एक शख्स भारतीय ध्वज को हटाते हुए दिख रहा है। साथ ही वीडियो में दिखाई दे रहा है कि राहुल गांधी खुद तिरंगे को हटाने के लिए बोल रहे हैं। सोशल मीडिया यूज़र ने यह वीडियो इस दावे के साथ साझा किया है कि राहुल गांधी ने तिरंगे का अपमान करते हुए भारतीय ध्वज को हटाने के लिए कहा है।
वीडियो को इस कैप्शन के साथ फैलाया जा रहा है कि…
ये तिरंगे का अपमान नहीं तो क्या है ? ठीक राहुल के बगल में आप कांग्रेस का झंडा भी देख सकते है ,अगर डंडा ही लेना था तो उसका भी ले सकते थे लेकिन नहीं, डंडा तिरंगा झंडे को उतार कर ही लिया।
हमने इस वीडियो को बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय के एक्स पर पोस्ट किया हुआ देखा। जिसमें उन्होंने लिखा है कि राहुल गांधी ने तिरंगे को हटाने के लिए कहा है।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में वीडियो को कांग्रेस के अधिकारिक यूट्यूब चैनल पर ढूंढने से की। हमने देखा कि महाराष्ट्र में इस को जारी किया गया था। इस वीडियो में वो केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला कर रहे थें। इसी दौरान वो अपने भाषण में नीचे से एक व्यक्ति को अपनी कार में बुलाते हैं और एक एक्ट के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गौतम अडानी पर तंज कसते हैं। वो एक्ट के दौरान लोगों से एक छड़ी मांगते हैं। तभी भारतीय ध्वज लिए एक व्यक्ति छड़ी में से तिरंगा अलग करने लगता है, और इतने में दूसरा व्यक्ति उनको एक दूसरी छड़ी थमा देता है। हमने यह नोटिस किया कि इस पूरे एक्ट के दौरान राहुल गांधी ने तो तिरंगे को हटाने की बात की न ही उनके द्वारा अपमान करने जैसी कोई हुई। इसी वीडियो में हम 10 मिनट से 12 मिनट के बीच वायरल वीडियो वाले दृश्य को देख सकते हैं।
निम्न में पूरे वीडियो को देखें।
अंत में हमने वीडियो को और स्पष्ट करने के लिए वायरल वीडियो और हमें मिले वीडियो के बीच की तुलना की है। इसमें दिखाई दे रहा है कि राहुल गाँधी ने तिरंगे को हटाने के लिए नहीं कहा है।
निष्कर्ष-
तथ्यों के जांच के पश्चात हमने पाया कि राहुल गांधी के इस वीडियो को एडिटेड पाया है। मूल वीडियो में हमने देखा कि राहुल गांधी पीएम मोदी और अडानी को लेकर एक एक्ट कर रहे थें और इसी दौरान उन्होंने छड़ी मांगी। जिसके लिए भारतीय ध्वज को एक व्यक्ति छड़ी में से अलग करने लगता है , तभी दूसरा व्यक्ति एक दूसरी छड़ी दे देता है। इस अनुसार वायरल वीडियो एडिटेड पाया जाता है।

Title:राहुल गांधी का तिरंगे को हटाने वाला वीडियो भ्रामक व झूठे दावे से वायरल….
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: Altered
