राहुल गांधी कन्नड भाषा में अखबार नहीं पढ़ रहे है। यह अंग्रेज़ी भाषा का अखबार है। इसमें सिर्फ जो एड दिख रही है वह कन्नड़ भाषा में है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की एक तस्वीर वायरल हो रही है। उसमें आप उन्हें एक अखबार पढ़ते हुये देख सकते है। दावा किया जा रहा है कि वे कन्नड भाषा में अखबार पढ़ रहे है।
इस तस्वीर के सहारे राहुल गांधी का मजाक उड़ाया जा रहा है कि “जिसको ठीक से हिंदी पढ़नी नही आती वो कन्नड़ का अखबार पढ़ रहा है।“ (शब्दश:)

अनुसंधान से पता चलता है कि…
सबसे पहले हमने इस तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें यह तस्वीर न्यूज़18 के वेबसाइट पर 5 अप्रैल 2019 को प्रकाशित की हुई मिली। आप नीचे देख सकते है।

इसमें दी गयी जानकारी में बताया गया है कि यह तस्वीर 6 दिसंबर, 2017 की है जब बेंगलुरु में नेशनल हेराल्ड अखबार के स्मारक संस्करण के लॉन्च के दौरान राहुल गांधी वहाँ मौजूद थे। वे उस दिन के पेपर को पढ़ रहे थे।
इस जानकारी को ध्यान में रखते हुये हमने इसके ई-पेपर की खोज की। हमें नेशनल हेराल्ड के वेबसाइट पर 21 सितंबर 2017 का एक ई-पेपर मिला जिसका फ्रंट पेज तस्वीर में दिख रहे पेपर से बिलकुल मिलता- जुलता था।

इसके बाद हमने इस बारे में जानने के लिये और कीवर्ड सर्च किया। हमें 16 जून 2017 को एस.एम होक्स स्लेयर के यूट्यूब चैनल पर इस पूरे पेपर का वीडियो देखने को मिला। उसमें आप देख सकते है कि इस पेपर का सिर्फ फ्रंट पेज और आखिरी पेज कन्नड़ भाषा में था। और अंदर के सारे पेज अंग्रेज़ी भाषा में थे। आप नीचे देख सकते है।
आपको बता दें जिस पेपर की तस्वीर वायरल हो रही है वह नेशनल हेराल्ड के Commemorative Bangalore एडिशन की है।
आगे की जाँच करने पर हमने पाया कि नेशनल हेराल्ड अंग्रेजी भाषा का न्यूज़ पेपर है। और नेशलन हेराल्ड ग्रुप के और दे पेपर है जिनके नाम नवजीवन (हिंदी भाषा में) और कौमी आवाज़ (उर्दू भाषा में) है।
इससे हम समझ सकते है कि नेशनल हेराल्ड कन्नड़ भाषा में छपता ही नहीं है। वह सिर्फ अंग्रेज़ी भाषा का न्यूज़ पेपर है।निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रही तस्वीर के साथ किया गया दावा गलत है। राहुल गांधी कन्नड भाषा में अखबार नहीं पढ़ रहे है। इसमें दिख रहा अखबार अंग्रेज़ी भाषा का है।

Title:क्या राहुल गांधी कन्नड भाषा में अखबार पढ़ रहे हैं? जानिए इस तस्वीर की सच्चाई
Fact Check By: Samiksha KhandelwalResult: False
