पश्चिम बंगाल में राम नवमी के हिंसा के वीडियो को मध्य प्रदेश के खरगोन के नाम से किया वायरल।

Communal False

यह वीडियो हावड़ा, पश्चिम बंगाल में रामनवमी समारोह के दौरान हिंसा का है जिसे गलत तरीके से मध्य प्रदेश के खरगोन का बताया गया हैं।

बीतें गुरुवार को देशभर में रामनवमी के जुलूस में हिंसा और झड़प की कई घटनाएं सामने आई है, देश के अलग अलग राज्यों में काफी तनाव वाला माहौल था। इसी बीच सोशल मीडिया पर लोगों  द्वारा रास्ते पर पत्थरबाजी के वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो मध्य प्रदेश के खरगोन में राम नवमी के दिन हुई हिंसा और पथराव की है। कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश पुलिस ने 70 आरोपी को गिरफ्तार किया है। 

पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया है कि “मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी पर हुई हिंसा को देखते हुए पथराव करने वाले 70 आतंकवादी गिरफ्तार. #रामनवमी #रमजान #इंदौर #इंदौरदुर्घटना”

पश्चिम बंगाल, बिहार, महाराष्ट्र और गुजरात राज्यों में पथराव और आगजनी की कई घटनाओं ने कथित तौर पर इस साल रामनवमी समारोह के आसपास सांप्रदायिक तनाव को पैदा किया था। हालांकि खरगोन से ऐसी किसी घटना की सूचना नहीं है। 

तो जानते है की वायरल वीडियो कहा से है?

ट्विटर लिंकआर्काइव लिंकफेसबुक पोस्ट 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

इस वीडियो को ध्यान से देखने पर हमें पथराव कर रहे लोगों के पीछे पीली रंग की टैक्सी और सफ़ेद-नीला रेलिंग देख सकते है जैसे अक्सर पश्चिम बंगाल में देखा जाता है।

जाँच की शुरुवात हमने इस वीडियो को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने से की, जिसके परिणाम से हमें वायरल वीडियो ABP न्यूज़ के रिपोर्ट में दिखा। 31 मार्च 2023 को प्रसारित रिपोर्ट में वायरल वीडियो को देखा जा सकता है। ABP न्यूज़ ने वीडियो को 30 मार्च, 2023 को हावड़ा में हुई पथराव की घटना के रूप में रिपोर्ट किया था। इस रिपोर्ट में वीडियो को पश्चिम बंगाल का बताया गया है जहाँ हावड़ा में लगातार दो दिन – 30 मार्च और 31 मार्च को पथराव की कई घटनाएं हुईं थी। वायरल वीडियो को दिखाते हुए कहा गया है कि ये वीडियो 30 मार्च से रामनवमी समारोह के दौरान हुई हिंसा को दिखाता है।  

आगे हमने पाया की यहीं वीडियो बंगाल के भाजपा स्टेट प्रेसिडेंट डॉक्टर सुकांता मजुमदार ने अपने ट्विटर अकाउंट से पोस्ट किया था। इस वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है कि ये वीडियो पश्चिम बंगाल से है।

वायरल वीडियो में 53 सेकंड के आस पास हमें घोष आई क्लिनिक की शटर दिखी जिसे हमने गूगल मैप्स पर ढूँढा, नीचे आप दोनों की समानता को दिखाने वाली तस्वीर देख सकते है। गूगल मैप्स के अनुसार ये दुकान हावड़ा के जीटी रोड में स्थित है। हमने घोष आई क्लिनिक के कर्मचारी से संपर्क किया जिन्होंने हमें बताया की ये वीडियो उनके ही दुकान के सामने स्थित है जहाँ राम नवमी के समय दंगे हुए थे।

न्यूज़ रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम बंगाल के आपराधिक जांच विभाग (CID) ने हावड़ा में रामनवमी की रैली के दौरान हुई झड़पों की जांच शुरू कर दी है। इस हिंसा के चलते 38 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

क्या खरगोन में इस साल राम नवमी में हिंसा हुआ?

हमें कई पुरानी खबरें मिलीं, जिनमें बताया गया था कि मध्य प्रदेश के खरगोन में 10 अप्रैल, 2022 को जिले में पत्थरबाजी की एक बड़ी घटना हुई थी। रिपोर्ट के अनुसार, रामनवमी की रैली में पत्थर फेंके गए थे, जिसके कारण आगजनी की गई और 70 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

परन्तु हमें इस साल खरगोन में हिंसा से सम्बंधित कोई भी न्यूज़ रिपोर्ट नहीं मिला। इस साल खरगोन में किसी तरह की हिंसा की सूचना नहीं है। 

निष्कर्ष-  

तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने वायरल वीडियो के साथ किये गए दावे को गलत पाया है। यह वीडियो खरगोन का नहीं, बल्कि पश्चिम बंगाल के हावड़ा का है। यह घटना 30 मार्च की शाम को हुआ। इस साल खरगोन में किसी तरह की हिंसा की सूचना नहीं है। यह वीडियो हावड़ा, पश्चिम बंगाल में रामनवमी समारोह के दौरान हिंसा का है जिसे गलत तरीके से मध्य प्रदेश के खरगोन का बताया गया था।

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Title:पश्चिम बंगाल में राम नवमी के हिंसा के वीडियो को मध्य प्रदेश के खरगोन के नाम से किया वायरल।

Fact Check By: Drabanti Ghosh 

Result: False