तस्वीरों का २०१९ लोकसभा चुनाव प्रचार से कोई नाता नहीं है।

(ये प्रकरण २०१७ का है , व मामला भारतीय कोर्ट “तीस हज़ारी कोर्ट” दिल्ली में विचाराधीन है, मामला स्त्री लज्जा भंग से सम्बंदित है व factcrescendo इसे अपनी नैतिक ज़िम्मेदारी समझते हुए इस पोस्ट में प्रकरण की तस्वीर का इस्तेमाल नहीं करता है ) उपरोक्त कोर्ट ने पीड़िता के अनुरोध पर इस ख़बर को इंटरनेट […]

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