
16 नवंबर को पटना से टाटा जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर कुछ लोगों ने पत्थरबाजी की थी। इस मामले में पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद सोशल मीडिया पर एक तस्वीर को शेयर करते हुए यह दावा किया जाने लगा कि तस्वीर में पुलिस की हिरासत में दिख रहे गिरफ्तार आरोपी मुस्लिम हैं।
वायरल तस्वीर के साथ यूजर ने लिखा है- शाहिद हुसैन और सलमान वन्दे भारत पर पथराव के लिए गिरफ्तार देश_द्रोही_जमात
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल पोस्ट की तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में वायरल पोस्ट से सम्बंधित ख़बर हमें न्यूज 18 की वेबसाइट पर मिली। प्रकाशित खबर के अनुसार गया के मानपुर रेल सेक्शन में दो वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव की घटना हुई थी। मामले में आरपीएफ ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के नाम विकास कुमार और मनीष कुमार हैं, जो मानपुर के रहने वाले हैं।
दोनों ने ट्रैक पर घंटों बैठकर ट्रेन का इंतजार किया और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के आते ही उसपर पत्थर से हमला कर दिया।
हमें इस घटना के बारे में कई खबरें मिलीं। 17 नवंबर 2024 को छपी प्रभात खबर की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना 16 नवंबर की है, जहां गया-मानपुर रेलखंड स्थित फल्गु नदी के पास पटना-टाटा वंदे भारत और गया-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी की घटना हुई। इस घटना में ट्रनों की खिड़की के दो शीशे टूट गए।
साथ ही टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में भी वायरल तस्वीर के साथ संबंधित खबर देखी जा सकती है। जिनमें आरोपियों के नाम मनीष और विकास ही बताए गए हैं।
आगे और खोज करने पर हमें आरपीएफ ईस्टर्न रेलवे के आधिकारिक हैंडल से इस मामले पर एक्स पोस्ट मिला। RPF Eastern Railway ने वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी के दो आरोपियों की गिरफ्तारी की सूचना देते हुए एक्स पोस्ट के साथ एक न्यूजपेपर क्लिप शेयर की है। इस न्यूज़पेपर क्लिप में भी आरोपियों की पहचान विकास कुमार और मनीष कुमार के रूप में की गई है।
निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, वंदे भारत ट्रेन पर पत्थरबाजी करने के मामले में गिरफ्तार हुए आरोपी मुस्लिम नहीं, बल्कि हिन्दू हैं।

Title:गया में वंदे भारत पर पथराव करने वाले आरोपी मुस्लिम नहीं हैं…
Fact Check By: Sarita SamalResult: False
