Factcheck: राजनीति के अपराधीकरण की बात करने वाला ये शख्स सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर नितीश राजपूत है |

False Political

सोशल मीडिया पर एक शख्‍स के वीडियो को वायरल करते हुए दावा किया जा हैं कि यह व्‍यक्ति १९७७ बैच के आईपीएस अफसर और लखनऊ के डायरेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस शैलजाकांत मिश्रा हैं | वीडियो में शख्‍स     को राजनीति के अपराधीकरण की बात करते हुए देखा जा सकता है | 

पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि 

वे शैलजाकांत मिश्रा, 1977 बैच के आईपीएस अधिकारी, लखनऊ, पुलिस महानिदेशक हैं | इनको ध्यान से सुनो सारा सस्ता नशा उतर जायेगा । जोयाहन सब अंधभक्त और चमचे जैसे बर्ताव कर रहे है |”

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक

अनुसंधान से पता चलता है कि…

वीडियो में दिख रहा शख्‍स आईपीएस अफसर शैलजाकांत मिश्रा नहीं, बल्कि बिजनेसमैन और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर नितीश राजपूत हैं |

जाँच की शुरुवात हमने इस वीडियो को ध्यान से देखने से की, जिसके परिणाम से हमें नज़र आया कि बीच में कई बार नितीश राजपूत लिखा वाटर मार्क दिखता है | यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च करने पर हमें उपरोक्त वीडियो का मूल वीडियो नितीश राजपूत नाम से एक यूट्यूब चैनल पर २६ जुलाई, २०२० से उपलब्ध मिला। नीतीश राजपूत का ये ही वीडियो हमें उनके दुसरे सोशल मीडिया अकाउंट जैसे कि फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर पर भी उपलब्ध मिला |

उनके इंस्टाग्राम प्रोफाइल में लिखा है कि हिन्दुस्तान टाइम्स में उन्हें फीचर किया गया था, साथ ही इस खबर के स्क्रीनशॉट उनके फीचर्ड स्टोरीज में भी उपलब्ध था |  हिन्दुस्तान टाइम्स द्वारा प्रकाशित खबर के अनुसार नीतीश राजपूत २८ साल के हैं और आईटी सेक्टर में एक सफल एम.एन.सी के बिजनेस हेड है | यह खबर एक ब्रांड पोस्ट के रूप में प्रकाशित की गई है |

आर्काइव लिंक

तद्पश्चात फैक्ट क्रेसेंडो ने नितीश राजपूत से संपर्क किया जिन्होंने इस वीडियो में अपने पहचान की पुष्टि करते हुए यह बताया कि वे कोई पुलिस अधिकारी या आई.पी.एस नही है बल्कि वे पेशे से एक बिज़नसमैन है और उनके वीडियो को सोशल मीडिया पर एक गलत पहचान के साथ फैलाया जा रहा है |

वीडियो में दिख रहे व्यक्ति के पहचान की पुष्टि होने के बाद हमने आई.पी.एस ऑफिसर शैलजाकांत मिश्र के बारें में ढूँढा, जिसके परिणाम से हमें पता चला कि वह एक सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी हैं और फिलहाल उत्तर प्रदेश ब्रिज तीर्थ विकास परिषद् (यूपीबीटीवीपी) के उपाध्यक्ष हैं | वे यूपी कैडर से आईपीएस अधिकारी थे और साल २०१२ में सेवानिवृत्त हुए थे|



नीचे आप आई.पी.एस शैलजाकांत मिश्र के वीडियो को देख सकते है जिससे हम स्पष्ट हो सकते है कि वायरल वीडियो में दिख रहे व्यक्ति शैलजाकांत मिश्र नही है |

निष्कर्ष: तथ्यों की जांचे के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | वायरल वीडियो में दिख रहा शख्‍स आई.पी.एस अफसर शैलजाकांत मिश्रा नहीं, बल्कि सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर नितीश राजपूत हैं |

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Title:राजनीति के अपराधीकरण की बात करने वाला ये शख्स सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर नितीश राजपूत है |

Fact Check By: Aavya Ray 

Result: False