सड़क के बीच नमाज पढ़ रहे इस बच्चे का वीडियो भारत का नहीं है,दावा भ्रामक है ….

False Social

वीडियो में दिख रहे डिलीवरी बाइक. गाड़ियां और सिक्योरिटी कर्मी के बारे जांच करने पर स्पष्ट हुआ कि वायरल वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है।

सड़क के बीच नमाज़ पढ़ते एक बच्चे का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। वीडियो में लड़का जैसे ही नमाज पढ़ने बैठता है, वहां से गुजरने वाली गाड़ियों को रोक दिया जाता है और जब लड़के की नमाज खत्म हो जाती है तभी गाड़ियों को जाने की इजाजत दी जाती है। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि ये दृश्य भारत का है।

वायरल वीडियो के साथ यूजर्स ने लिखा है- एक मुस्लिम बच्चे के कारण पूरी ट्रैफिक का रूट बदल जाता है यह लोग संविधान को भी अपने तरीके से चलाते है बस कुछ टाइम और 30 से 40 % होने दो फिर देखो क्या क्या करते है अभी वक्त है हिंदुओ जागो छोटी छोटी चीजों पर धरना लगा कर बैठ जाते हो कभी आने वाली विकराल समस्या को भी जानने की कोशिश करो क्या तुम्हारा भविष्य है मोदी,योगी को गाली देते रहना जो आने वाले तुम्हारी पीढ़ी को बचाने में जुटा है उसपे ऊंगली उठा कर अपने कल को अंधेरे में मत धकेले।

फेसबुकआर्काइव 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

जांच की शुरुआत में वायरल वीडियो के तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च करने पर वीडियो हमें एक ट्विटर अकाउंट पर मिला। जनवरी 2023 को की गई इस पोस्ट में दावा किया गया है कि वीडियो पाकिस्तान का है।

वहीं, कई ट्विटर यूजर्स कमेंट सेक्शन में यह दावा भी कर रहे हैं कि वीडियो पाकिस्तान का नहीं है।

आगे ट्विट किया गया वीडियो में टिकटॉक का लोगो साफ देखा जा सकता है।  यूजर का नाम @ajom75uddin  लिखा गया है।

हमंने @ajom75uddin यूजर के नाम से वायरल वीडियो ढूंढने पर Ajom75uddin फेसबुक पेज पर 10 जनवरी 2023 को वायरल वीडियो का मूल वीडियो अपलोड हुआ मिला। 

यूजर के फेसबुक अकाउंट को चेक करने पर पता चला कि फेसबुक प्रोफाइल पर यूजर ने अपनी लोकेशन दुबई बताई है।

मिली जानकारी की मदद लेते हुए वीडियो दुबई का है या नहीं ये जानने के लिए वीडियो अच्छी तरह से देखने पर हमें वीडियो में आस पास कई चीजें मिली, जिससे यह पता लगाया जा सकता है कि वीडियो कहां का है। 

ट्रैफिक पुलिसकर्मी-

सबसे पहले वीडियो में दिख रहे ट्रैफिक पुलिस कर्मी की वर्दी को जूम करने पर वर्दी के पीछे अरबी और अंग्रेजी में कुछ लिखा हुआ देखा जा सकता है। 

हमने गूगल पर दुबई ट्राफिक पुलिस सर्च करने पर ग्लासडोर की वेबसाइट पर साझा किए गए एक “अर्कान” सुरक्षा गार्ड की तस्वीर मिली। f Ejadah की वेबसाइट के मुताबिक, अर्कान एक सुरक्षा कंपनी है जो दुबई और अबू धाबी में अपनी सेवाएं दे रही है। इसके अलावा, हमें यूट्यूब पर पर अर्कान के एक सुरक्षा गार्ड का इंटरव्यू भी मिला। उनकी वर्दी वायरल वीडियो में मौजूद सुरक्षा गार्ड के वर्दी से मेल खाती है। निम्न में विश्लेषण देखें।

डिलीवरी बॉय बाइक – 

वीडियो के बैकग्राउंड में, फूड डिलीवरी एक्जीक्यूटिव की तरह कपड़े पहने एक व्यक्ति को देख सकते हैं। वीडियो से स्क्रीन शॉर्ट्स लेकर तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च करने पर एक जैसी ड्रेस और लोगो वाले फूड डिलीवरी एक्जीक्यूटिव की कुछ तस्वीरें हमें मिलीं।

मिली जानकारी के अनुसार, पोशाक और लोगो दुबई में स्थित एक फूड डिलीवरी सेवा ‘तालाबत‘ के हैं।

तालाबत कुवैत में स्थित एक ऑनलाइन खाद्य वितरण सेवा है और इसका परिचालन कुवैत, जॉर्डन, ओमान, कतर, मिस्र, सऊदी अरब, बहरीन, संयुक्त अरब अमीरात और इराक में है।

वायरल वीडियो की तस्वीर और दुबई फूड डिलीवरी का विश्लेषण नीचे देखें।

वीडियो में दिख रहे गाड़ियां-

अंत में, वायरल वीडियो में दिखाई दे रहे गाडियों की रजिस्ट्रेशन प्लेट दुबई की तरह ही हैं। दुबई में पंजीकरण प्लेट भी पाँच अंकों की होती है जिन्हें यहां और यहां पर देख सकते हैं। निम्न में विश्लेषण देखें। 

मिली जानकारियों से साफ होता है कि वीडियो का भारत के साथ कोई संबंध नहीं है। 

निष्कर्ष-

तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि वायरल वीडियो भारत का नहीं है। वीडियो में दिख रहे डिलीवरी बाइक, गाड़ियां और सिक्योरिटी कर्मी के बारे में जांच करने पर स्पष्ट होता है कि वायरल वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है। वीडियो दुबई का है। पोस्ट में किया गया दावा झूठ है।

Avatar

Title:सड़क के बीच नमाज पढ़ रहे इस बच्चे का वीडियो भारत का नहीं है,दावा भ्रामक है ….

Fact Check By: Saritadevi Samal 

Result: False