पंजाब के जालंधर में गौवंश पर हमले का वीडियो बांग्‍लादेश का बता कर झूठे सांप्रदायिक दावे से वायरल…

False International

बेजुबान जानवर पर अत्याचार की घटना को दर्शाता यह वीडियो पंजाब के जालंधर का है बांग्‍लादेश का नहीं।


बीते कुछ महीनों से पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में अशांति छाई हुई है। हिंसा और अराजकता का माहौल अब भी कायम है। हाल के घटनाक्रम के दौरान जहां बांग्‍लादेश में सम्मिलित सनातनी जागरण जोत के प्रवक्ता चिन्मय दास की गिरफ्तारी हुई। तो वहीं वहां के अल्‍पसंख्‍यक समुदाय के खिलाफ बढ़ते शोषण के मामले अब भी  सामने आ रहे हैं। इसी संदर्भ के बीच इंटरनेट पर दिल दहला देने वाला एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें कुछ लोगों को एक गोवंश को बुरी तरह मारते हुए देखा जा सकता है। यूज़र्स वीडियो को इस दावे से शेयर कर रहे हैं कि यह वीडियो बांग्लादेश का है , जहां पर बांग्‍लादेश में इस्‍कॉन के एक काउ फार्म में बेजुबान गायों के साथ अत्‍याचार किया गया। वायरल वीडियो को इस कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा हैं……

बांग्लादेश में क्रूरता पूरे चरम पर है, जानवर भी नहीं बख्शे जा रहे हैं। यही है इस्लामवादियों का आतंक।

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने जांच की शुरुआत में वायरल वीडियो से की-फ्रेम्स को लेकर गूगल रिवर्स इमेज किया। परिणाम में हमें कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिली जिसके अनुसार वायरल वीडियो को पंजाब का बताया गया है। हमने सबसे पहले इस मामले को लेकर खबरिस्‍तानपंजाबी डॉट कॉम नाम की एक वेबसाइट पर प्रकाशित एक खबर को देखा जिसमें वायरल वीडियो के स्‍क्रीनशॉट का इस्‍तेमाल किया गया है। रिपोर्ट में घटना को पंजाब के जालंधर का बताया गया है। जहां पर जमशेर डेयरी में तीन युवकों ने एक सांड को बुरी तरह से मारा था। रिपोर्ट 27 नवंबर 2024 को पब्लिश की गई थी। 

फिर हमें पंजाब केसरी की वेबसाइट पर प्रकाशित एक और रिपोर्ट मिली जो 15 नवंबर 2024 की है। यहां भी वीडियो को जमशेर डेयरी का ही बताया गया है।

थोड़ा और खोज करने पर हमें मिली ट्रिब्‍यून इंडिया रिपोर्ट के अनुसार, एनिमल प्रोटेक्शन फाउंडेशन के श्रीष्ट बक्षी के नेतृत्व में निवासियों के एक समूह ने अधिकारियों से कार्रवाई की मांग की थी। लोगों की शिकायत के बाद जालंधर के सदर पुलिस स्टेशन में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ 18 नवंबर को पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 की धारा 325 और 11 के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। इस खबर को 20 नवंबर 2024 में देख सकते हैं।

हमारी तरफ से पड़ताल करने पर हमें जालंधर में पशुओं के लिए काम करने वाली संस्था ‘एनिमल प्रोटेक्शन फाउंडेशन’ का फेसबुक अकाउंट मिला। इसमें फाउंडेशन के अध्यक्ष युवी सिंह की तरफ से 13 नवंबर 2024 को उसी वायरल वीडियो को पोस्ट किया गया है, जिसमें वो घटना पर नाराजगी जताते हुए हमला करने वाले लोगों के खिलाफ कार्यवाही को मांग कर रहे हैं। वीडियो पोस्ट करते हुए युवी सिंह ने ‘हेल्प अस फाइंड द कल्प्रिट’ ये कैप्शन लिखा है। 

जबकि वीडियो में दिख रहे नंबर पर संपर्क करने से युवी सिंह ने हमें यह स्पष्ट किया कि वायरल वीडियो जालंधर का ही है और इसमें दिख रहे आरोपियों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज़ किये जा चुके हैं।

इसलिए यह साफ़ हो जाता है कि वायरल वीडियो का बांग्लादेश से कोई संबंध नहीं है और न ही इसमें सांप्रदायिक दावे का कोई कोण है।

निष्कर्ष 

तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि वायरल वीडियो में बेजुबान जानवर पर अत्याचार करने वाला वीडियो बांग्लादेश का नहीं है। यह पंजाब के जालंधर का वीडियो है जिसे गलत सांप्रदायिक दावे से साझा किया जा रहा है।

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Title:पंजाब के जालंधर में गौवंश पर हमले का वीडियो बांग्‍लादेश का बता कर झूठे सांप्रदायिक दावे से वायरल…

Fact Check By: Priyanka Sinha 

Result: False