न तो वायरल वीडियो बिहार का है और ना इसका संबंध बौद्ध प्रदर्शनकारियों से है, यह राजस्थान में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा सीएम आवास को घेरने का पुराना वीडियो है।

बिहार के बोधगया में कुछ समय से ‘महाबोधि टेंपल एक्ट 1949’ को रद्द करने और सिर्फ बौद्ध समुदाय के लोगों को ही बोधगया मंदिर प्रबंधन समिति (बीटीएमसी) का सदस्य बनाए जाने की मांग को लेकर बौद्ध भिक्षुओं द्वारा आंदोलन किया जा रहा है। इसी संदर्भ से जोड़ते हुए इंटरनेट पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें कुछ प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प होती दिखाई दे रही है। वीडियो में कुछ लोग नीले कपड़ों में हैं, जिनकी पुलिस के साथ धक्का-मुक्की हो रही है। पुलिस प्रदर्शन कर रहे इन लोगों को आगे बढ़ने से रोकती हुई दिखाई देती है। यूज़र्स इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो बिहार के बोधगया में वहां के मंदिर को लेकर हो रहे प्रदर्शन का है। यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन लिखा है…
*भारत बुद्ध का देश हैं।*हम लंबे समय से सिस्टम के दरवाजे खटखटा रहे हैं महाबोधि महाबिहार मुक्ति आंदोलन के लिए न्याय मांग रहे हैं और कुछ नहीं मिल रहा हैं अब उन दरवाजों को तोड़ने का समय आ गया हैं बिहार सरकार और केन्द्र सरकार शर्म करें।*#BTact1949_Repeal**#महाबोधि_मुक्ति_आंदोलन*
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में यह देखा कि वायरल वीडियो में प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों के हाथ में कांग्रेस का झंडा था। इससे हमें संदेह हुआ कि वायरल वीडियो का बिहार में भिक्षुओं के प्रदर्शन का नहीं हो सकता। फिर हमने वीडियो से फ्रेम लेकर उसे गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में हमें Indian Youth Congress के आधिकारिक फेसबुक पेज पर यहीं वायरल वीडियो पोस्ट किया हुआ मिला। 21 दिसंबर 2024 को वीडियो पोस्ट करते हुए कैप्शन में यह लिखा गया था, “IYC अध्यक्ष श्री Uday Bhanu Chib जी के नेतृत्व में राजस्थान युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने संसद में बाबा साहेब अंबेडकर के अपमान और राज्य में बढ़ती बेरोजगारी के खिलाफ पुरजोर विरोध प्रदर्शन किया!” इससे हम स्पष्ट हो गए कि वीडियो न तो बिहार का है और न ही इसका बोधगया में भिक्षुओं के आंदोलन से कोई सम्बन्ध है।
सर्च करने पर हमें झारखंड यूथ कांग्रेस की तरफ से 21 दिसंबर 2024 को अपलोड किया गया यहीं वीडियो मिला, जिसके साथ लिखे कैप्शन से पता चला कि राजस्थान युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बाबा साहेब आंबेडकर के अपमान और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन किया था। इसके लिए यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष उदय भानु चिब के नेतृत्व में राजस्थान के जयपुर में सीएम हाउस का घेराव किया गया था।
हमें वायरल वीडियो से मिलता हुआ एक और वीडियो राजस्थान यूथ कांग्रेस के फेसबुक पेज पर भी मिला। इसमें दिखाई दे रहा है कि प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेता सचिन पायलट भीड़ से बाहर निकल रहे हैं। जबकि कैप्शन के अनुसार बाबा साहेब अंबेडकर के अपमान और युवाओं में बढ़ती बेरोजगारी के खिलाफ यह प्रदर्शन बताया गया है।
इस मामले की और पड़ताल किए जाने पर कुछ मीडिया रिपोर्टों के हवाले से हमने यह पाया कि, 21 दिसंबर 2024 को कांग्रेस ने बेरोजगारी के मुद्दे पर राजस्थान के जयपुर में विरोध प्रदर्शन किया था। इसमें कांग्रेस नेता सचिन पायलट, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और युवा कांग्रेस अध्यक्ष उदय भानु चिब शामिल हुए थे। प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ता जब सीएम आवास का घेराव करने के लिए आगे बढ़े तो पुलिस ने उन्हें शहीद स्मारक पर खदेड़ा। इस दौरान पुलिस ने यूथ कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया।
वायरल वीडियो से सम्बंधित खबर को यहां, यहां और यहां पर भी देखा जा सकता है, जिनसे पुष्टि होती है कि वायरल वीडियो राजस्थान की राजधानी जयपुर में यूथ कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन का है।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से पता चलता है कि, वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। असल में यह वीडियो राजस्थान का है, जब यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदर्शन किया गया था। उसी पुराने वीडियो को बिहार के बोधगया में चल रहे महाबोधि मुक्ति आंदोलन से जोड़ कर भ्रामक दावे से फैलाया जा रहा है।

Title:बिहार में बौद्ध प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच धक्का- मुक्की के नाम पर राजस्थान में हुए प्रदर्शन का पुराना वीडियो वायरल…
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: False
