कार सवारों ने जब पार्किंग को लेकर एक स्थानीय शख्स पर गोली चला दी और मौके पर शख्स की मौत हो गई, उसके बाद गुस्साए लोगों ने कार में सवार पांच लोगों को पीटा। इस में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दो का इलाज चल रहा है। कार में सवार लोगों में 4 मुस्लिम एक हिन्दू धर्म का था।

संवेदनशील दृश्य को दर्शाता एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि बिहार के औरंगाबाद में मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया है। जहां पर एक हिंदू भीड़ ने चार मुस्लिम पुरुषों को पीट-पीट कर मार डाला।

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- बिहार के औरंगाबाद में मॉब लिंचिंग का मामला, भीड़ ने चार मुसलमान नौजवानों को पीट पीट कर मार दिया। झारखंड में जपला के रहने वाले पांच युवा केसरिया मोड़ पर अपनी गाड़ी लगाकर खड़े थे तभी वहां फायरिंग हुई और फिर भीड़ ने इन पांचों पर हमला कर दिया, इनमे से एक ने अपना नाम मोहित शर्मा बताया तो भीड़ ने उसको छोड़ दिया और अन्य चारों युवा को मुसलमान समझ कर जान से मार दिया। मारे गए युवाओं के नाम हैं। अरमान अहमद, मोहम्मद जाहिद राईन, वकील अंसार, चमन मंसूरी।

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के बारे में अलग अलग की वर्ड्स के साथ सर्च किया। परिणाम में एबीपी न्यूज़ में प्रकाशित खबर के अनुसार घटना 15 जनवरी को बिहार के औरंगाबाद में हुई है। जब तैतरिया मोड़ पर एक दुकान के सामने ड्राइवर ने गाड़ी रोकी, दुकानदार ने कार पार्किंग का विरोध किया, जिससे तीखी नोकझोंक हो गई। कार में सवार लोगों में से एक ने बंदूक निकाली और गोली चला दी ।

इस गोली बारी में दुकान में बैठे एक स्थानीय शख्स की मौत हो गई। मृतक की पहचान महुअरी गांव निवासी रामशरण चौहान के रूप में की गई है। बुजुर्ग व्यक्ति की उम्र 60 से 65 साल के बीच होगी।

इस घटना के बाद हड़कंप मच गया। गुस्साए लोगों ने कार में सवार युवकों को पकड़ लिया और पीटने लगे, इस घटना में दो युवकों की मौत हो गई जबकि तीसरे ने इलाज के क्रम में दम तोड़ दिया। अन्य का इलाज चल रहा है।

जांच में हमें आगे अन्य मीडिया रिपोर्ट मिली। जिसके मुताबिक झारखंड से पांच लोग बिहार के औरंगाबाद में घुमने आए थे। इन सभी चार युवकों ने कार को एक दुकान के सामने खड़ा किया। मुकेश चौहान नाम का आदमी कहने गया कि गाड़ी साइड कर लीजिए। कहते-कहते इन लोगों ने रिवॉल्वर निकाल कर गोली चला दी। गोली चलते ही मुकेश ने सिर घुमा लिया। गोली जाकर दुकान में बैठे रामशरण चौहान को लग गई।

एसपी ने की घटना की पुष्टि-

इस पूरे मामले में एसपी स्वप्ना गौतम मेश्राम ने बताया कि एक दुकान के आगे कार पार्क करने को लेकर दुकानदार और गाड़ी में सवार लोगों के बीच बहस हुई। इस दौरान कार में बैठे एक व्यक्ति ने अपनी पिस्टल से दुकानदार के ऊपर गोली चला दी। गोली दुकानदार के बगल में बैठे एक स्थानीय को लगी। इलाज के लिए ले जाने के क्रम में उसकी मौत हो गई। आक्रोशित ग्रामीणों ने कार में बैठे पांच लोगों की पिटाई की है। इसमें से तीन (मोहम्मद मुजाहिद, चरण मंसूरी, और मोहम्मद) की मौत हो गई है। दो (वकील अंसारी और अजीत शर्मा) का इलाज चल रहा है।

दोनों मामलों में एफआईआर दर्ज की गई है। दोषियों को चिह्नित कर कार्रवाई की जा रही है।

स्पष्टीकरण के लिए हमने नबीनगर थाना में संपर्क किया।। थाना प्रभारी मनोज कुमार ने स्पष्ट किया कि ये मामला मुस्लिम मॉब लिंचिंग का नहीं है। विवाद कार पार्किंग को लेकर हुआ था। झारखंड से पांच लोग बिहार के औरंगाबाद में घूमने आए थे। युवक एक दुकान के सामने कार खड़ी कर चाय पीने गए थे। तभी पीछे से एक डंपर गाड़ी गुजर रही थी, लेकिन रास्ते में कार गलत तरीके से पार्क होने के कारण डंपर को जाने के लिए जगह नहीं मिल रही थी। इसी बीच एक व्यक्ति आया और युवकों से कार ठीक से पार्क करने को कहा। लेकिन बात बहस पर चली गई। इतने में कार सवार युवकों में से एक ने फायरिंग कर दी, जिसमें गोली बहस कर रहे युवक को न लग कर एक स्थानीय बुजुर्ग को लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

इसके बाद नाराज ग्रामीणों ने युवकों पर हमला कर दिया था। इसमें तीन युवकों की मौत हो गई थी, जबकि दो घायल हो गए। उनका इलाज चल रहा है। मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। इस पूरी घटना में चार लोगों की मौत हुई है। मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अन्य लोगों की पहचान कर कार्यवाही चल रही है।

घटना से जुड़ी खबर यहां, यहां और यहां पर देखें। रिपोर्ट के अनुसार इस घटना का धर्म से कोई लेना-देना नहीं है, क्योंकि स्थानीय लोगों द्वारा पिटे गए लोगों में एक हिंदू भी था।

निष्कर्ष-

तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि, इस घटना का धर्म से कोई लेना-देना नहीं है । कार पार्कींग को लेकर हुई गोलीबारी के बाद स्थानीय लोगों ने कार में बैठे लोगों को पिटा था। मामले का मॉब लिंचिंग से कोई संबंध नहीं है।

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Title:कार पार्किंग को लेकर हुई इस घटना में मॉब लिंचिंग का मामला नहीं है , वायरल दावा फर्ज़ी है।

Written By: Saritadevi Samal

Result: Misleading