
एक युवक को बेरहमी से कुछ लोगों द्वारा पीटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा हे। वीडियो में युवक के हाथ और पैर रस्सी से बंधे हुए हैं। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में नदीम नाम के एक मुस्लिम युवक को हिंदू भीड़ ने बेरहमी से पीटा।
वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- मुज़फ्फरनगर में, 4 मार्च को फुलत गांव में हिंदू भीड़ ने एक मुस्लिम युवक नदीम को बेरहमी से पीटा, उसके हाथ और पैर रस्सी से बांध दिए।सिर्फ मुस्लिम लोगों के कारण अपराधियों ने उन पर हिंसक हमला किया और उन्हें प्रताड़ित किया, फिर पुलिस ने पी-स्टेशन में 4 घंटे तक रखा, लेकिन सभी अपराधी मुक्त हो गए।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के बारे में जानने के लिए अलग अलग की-वर्ड का इस्तेमाल किया। परिणाम में हमें मुजफ्फरनगर पुलिस का एक ट्वीट मिला। पुलिस ने वायरल वीडियो के रिप्लाई में 13 मार्च 2024 को ट्विट कर जानकारी दी है कि वायरल दावा फर्जी है।
पुलिस ने ट्विट में कहा है कि- ये घटना एक ही समुदाय से सम्बन्धित है। जिसमें थाना रतनपुरी पुलिस द्वारा दिनांक 4 मार्च 2024 को सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज कराया गया है। 03 अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। थाना रतनपुरी पुलिस द्वारा आगे की कार्यवाही चल रही है।
स्पष्टीकरण के लिए हमने मुजफ्फरनगर के रतनपुरी थाने में सम्पर्क किया। उन्होंने हमे स्पष्ट किया कि इस मामले में दोनों पक्ष मुस्लिम समुदाय से हैं। फुलत गांव के अफजाल ने नदीम पर बेटी से छेड़छाड़ और मारपीट का आरोप लगाया है।
आगे जांच में हमें उत्तर प्रदेश पुलिस की वेबसाइट पर इस मामले में दर्ज एफआईआर कॉपी मिली। एफआईआर के अनुसार, घटना रतनपुरी पुलिस स्टेशन स्थित फुलत गांव का है। वीडियो में दिख रहा युवक नदीम है, जो की थाना रतनपुरी के फुलत गाँव का रहने वाला है। वह 3 मार्च की रात के करीब 9:30 मिनट पर मुन्ना का बेटा नदीम, अफजाल के घर में घुसा। नदीम, अफजाल के घर में उनकी बेटी शिबा से छेड़खानी करने पहुँचा था। इस बात की भनक लगते ही अफजाल ने अपने परिवार के साथ नदीम को पकड़ लिया।
बाद में, नदीम अपने भाइयों नौशाद, दिलशाद, मुदस्सिर और सोनू के साथ, अफ़ज़ल के घर फिस से आया , उस पर और उसके बेटों पर लाठियों और भाले से हमला किया और जान से मारने की धमकी दी। निम्न में एफआईआर कॉपी देखें।

मिली जानकारी से यह स्पष्ट है कि इस घटना में कोई सांप्रदायिक कोण नहीं है। घटना में शामिल सभी आरोपी और शिकायतकर्ता दोनों, एक ही समुदाय के हैं।
निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, हिंदू भीड़ द्वारा मुस्लिम युवक की पिटाई करने का दावा झूठ है। असल में यह मामला मुस्लिमों के आपसी विवाद का है, जिसमें नदीम ने एक लड़की से छेड़छाड़ की कोशिश की और लड़की के परिवार ने उसकी पीटाई कर दी।

Title:मुजफ्फरनगर में नदीम की पिटाई के मामले में नहीं है सांप्रदायिक एंगल, लड़की से छेड़छाड़ का था मामला…
Fact Check By: Sarita SamalResult: Misleading
