बुलडोजर से अतिक्रमण हटाने की यह घटना पटना का है यूपी का नहीं।

False Political

वायरल वीडियो पटना का है यूपी का नहीं। हालांकि यूपी कानपुर में अतिक्रमण हटाने के दौरान मां-बेटी ने आग लगाकर जान दे दी, लेकिन इस वायरल वीडियो का यूपी घटना से कोई संबंध नहीं। 

बुलडोजर को लेकर अक्सर योगी सरकार चर्चा में बने रहते हैं, मानो बुलडोजर का दूसरा नाम योगी सरकार है। वहीं इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल किया जा रहा है , जिसमें एक दुकान में आग लगी है और सामने पुलिसकर्मी और लोगों में अफरा तफरी मची है। वीडियो में बुलडोजर’ भी देखा जा सकता है। 

ऐसा कहा जा रहा है कि इन लोगों ने यूपी में ‘बुलडोजर’ कार्रवाई के विरोध में अपने शरीर पर आग लगा ली। वीडियो में दो लोगों के शरीर पर आग लगी हुई दिख रही है जिसे कुछ लोग कंबल डालकर बुझाने की कोशिश कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोग पुलिसवालों पर और बुलडोजर पर ईंटे भी फेंक रहे हैं। 

वायरल वीडियो के साथ यूजर्स ने लिखा है , बाबा जी का बुलडोजर चलने की कार्यवाही को लेकर 2 लोगो ने खुद को जिंदा जलाया।

फेसबुकआर्काइवन  

अनुसंधान से पता चलता है कि…

वायरल वीडियो के तस्वीर का रिवर्स इमेज करने पर वीडियो से मिलता जुलता एक तस्वीर हमें ईटीवी भारत पर मिला। 16 फरवरी को प्रकाशित इस खबर के मुताबिक यह घटना पटना, बिहार की है। 

खबर के मुताबिक आलमगंज थाना क्षेत्र के मेहंदीगंज गुमटी के पास रेल पुलिस जबरन दुकान खाली कराने पहुंची थी। जिसको लेकर स्थानीय दुकानदार धरना-प्रदर्शन करने लगे। तभी रेल पुलिस दल-बल के साथ पहुंची तो लोग विरोध करने लगे। रेल पुलिस जबरन जेसीबी से दुकान को तोड़ने की कोशिश करने पर लोगों ने खूब विरोध किया, लेकिन पुलिस मानने के लिए तैयार नहीं थी। 

वहीं घटना के बारे में अधिक जानकारी ढूंढने पर हमें कई मीडिया चैनल मिले जिसमें वायरल वीडियो के साथ खबर प्रकाशित की गई है। जिसे यहां, यहां और यहां पर देखा जा सकता है। 

सीएनएन-न्यूज18 में प्रकाशित रिपेर्ट के मुताबिक पुलिस जब जबरन दुकानों को खाली करवाने लगे तो दो लोगों ने आग लगा आत्मदाह करने करने की कोशिश की। आग लगते ही वहां अफरा-तफरी मच गई।

वहीं न्यूज 18 बिहार झारखंड में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक घटना में आग से झुलसने वालों में हार्डवेयर दुकानदार अनिल कुमार और मुन्ना कुमार सहित चार लोग शामिल हैं। घटना के बाद  अनिल कुमार को तुरंत अपोलो बर्न अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां के डॉक्टरों ने उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया था, लेकिन दिल्ली पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई। 

जिस जमीन को लेकर विवाद है उसको लेकर रेलवे का दावा है कि वह जमीन रेलवे की है। जबकि स्थानीय दुकानदार बता रहे हैं कि यह उनकी अपनी जमीन है। इसपर उनका कब्जा है। 

यूपी में अतिक्रमण हटाने को लेकर मौत-

कानपुर देहात में मैथा तहसील क्षेत्र के मड़ौली पंचायत के चालहा गांव में सोमवार को ग्राम समाज की जमीन से कब्जा हटाने पहुंची पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की टीम के सामने कब्जेदार की झोपड़ी में संदिग्ध हालत में आग लग गई। घटना के वक्त मां-बेटी झोपड़ी के अंदर थीं। दोनों को बचाने के प्रयास में गृहस्वामी व रुरा थाना प्रभारी झुलस गए। मां-बेटी व कई बकरियों की मौत हो गई।  

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि अतिक्रमण हटाने के दौरान दुकानदारों के खुद को आग लगाने का यह वीडियो यूपी का नहीं बल्कि पटना का है।  

Avatar

Title:बुलडोजर से अतिक्रमण हटाने की यह घटना पटना का है यूपी का नहीं।

Fact Check By: Sarita Samal 

Result: False