
हैदराबाद बलात्कार-हत्या मामले के चार आरोपियों के एनकाउंटर के बाद न्यायपालिका प्रणाली पर अपनी राय साझा करने वाले एक व्यक्ति का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है | इस वीडियो को इस दावे के साथ साझा किया जा रहा है कि वीडियो में जो आदमी बोल रहें है, वह भारत के सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश श्रीकृष्ण है |
वीडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “यह जस्टिस श्रीकृष्ण हैं। मुंबई उच्च न्यायालय का एक बहुत ईमानदार न्यायाधीश, जिसे भारत में सर्वोच्च न्यायालय में जस्टिस थे | कृपया सुनें कि वह हैदराबाद एनकाउंटर के बारे में क्या कहता है और न्यायपालिका प्रणाली को प्रभावित करता है |”
अनुसंधान से पता चलता है कि..
जाँच के शुरुआत में हमने इस वीडियो को इन्विड टूल का इस्तेमाल करते हुए छोटे-छोटे कीफ्रेम्स में काटकर व गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने से की जिसके परिणाम से हमें ८ दिसम्बर २०१९ को यह वीडियो यूट्यूब पर उपलब्ध मिला | इस वीडियो को सुरेश कोचाट्टिल नामक एक व्यक्ति ने अपलोड किया था | इस वीडियो के विवरण में लिखा गया है कि “क्यों हमारी न्यायिक प्रणाली ने हमें त्वरित न्याय देने की व्यवस्था के लिए असफल कर दिया है |” इससे हमें यह पता चला कि वीडियो में दिखाए गये व्यक्ति सुरेश कोचाट्टिल है |
इस वीडियो को हैदराबाद में रहने वाले सुरेश कोचाट्टिल ने उनके फेसबुक और ट्विटर अकाउंट पर भी अपलोड किया है |
वीडियो में वह कहते हैं, “हमारी न्यायिक व्यवस्था टूट गई है, यह दयनीय है | ऐसे मामले हैं जो दो या तीन दशकों तक चलते रहते हैं, क्योंकि अंत में दिल में निहित स्वार्थ है | न्यायाधीश वास्तव में मामलों को खत्म करने में दिलचस्पी नहीं रखते हैं क्योंकि वकील बहुत अधिक स्थगन के मांग करते हैं और कई मामलों में राजनीतिज्ञ खुद को कुछ समय बाद छोड़ देते हैं |”
कौन है सुरेश कोचाट्टिल?
२०१८ में, सुरेश कोचाट्टिल अपनी विवादास्पद क्लिप के कारण सुर्खियों में आ गए थे, जो लोगों को केरल बाढ़ से प्रभावित पीड़ितों के लिए राहत आपूर्ति नहीं भेजने का आग्रह करते थे क्योंकि वे ज्यादातर “अमीर परिवारों से थे” | टेडएक्स टॉक्स पर एक बायो के अनुसार, वे सोशल मीडिया विशेषज्ञ और एक्टिविस्ट होने का दावा करते हैं |
कौन है जस्टिस श्री कृष्णा?
जस्टिस बेलूर नारायणस्वामी श्रीकृष्ण एक भारतीय न्यायविद और भारत के सर्वोच्च न्यायालय से सेवानिवृत्त न्यायाधीश हैं | उन्हें ३ अक्टूबर २००२ को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया और उन्हें २१ मई २००६ को सेवानिवृत्त कर दिया गया | नीचे आप उनकी तस्वीर देख सकते है |
निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | वीडियो में दिख रहा शख्स जस्टिस श्रीकृष्ण नहीं है | वह सुरेश कोचट्टिल हैं, जो पहले कथित तौर पर बीजेपी के सोशल मीडिया सदस्य होने का दावा भी करते थे |
