पुलिसकर्मी की पिटाई का ये वीडियो कानपुर के नाम से गलत सन्दर्भ में वायरल है। घटना साल 2022 की है जिसमें पुलिस द्वारा 9 लोगों को गिरफ़्तारी भी हुई थी।

भीड़ द्वारा सड़क पर एक पुलिस कर्मी की पिटाई करने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया जा रहा है। वीडियो में कई लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने बीजेपी का झंडा पकड़ा हुआ है। वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि कानपुर में बीजेपी समर्थकों द्वारा पुलिसकर्मी की पिटाई की गयी। जिसको लेकर यूज़र द्वारा भ्रामक बातें करते हुए कहा जा रहा है कि भाजपा राज में अब पुलिस भी सुरक्षित नहीं है। वहीं कुछ लोगों ने वीडियो की तुलना हिटलर के शासन से की है।

वायरल वीडियो के साथ यूजर्स ने लिखा है- कानपुर कमिश्नरेट, कानपुर में कानून का राज स्थापित करते बीजेपी कार्यकर्ता, बर्रा थाने में BJP नेताओं और पुलिस में भिड़ंत...अब पुलिस भी थाने में सुरक्षित नहीं है,,,,विधानसभा अध्यक्ष के करीबी BJP नेता राकेश तिवारी धरने पर बैठे...पुलिस पिटी है,

ट्विटरआर्काइव

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने इनवीड की मदद से वायरल वीडियो को तस्वीरों में निकाला। मिली तस्वीरों को ध्यान से देखने पर हमें जगह-जगह बांग्ला में लिखे पोस्ट नजर आए।

आगे तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें एनडीटीवी का एक ट्वीट मिला, जो की 13 सितंबर 2022 को पोस्ट किया गया था। इस पोस्ट में वायरल वीडियो को देखा जा सकता है।

पोस्ट के शीर्षक में लिखा है- कोलकाता में भाजपा के झंडे लहरा रहे लोगों ने पुलिसकर्मी को घेर लिया और लाठियों से मारा।

इसके अलावा हमें एक बंगाली खबर आनंद बाजार पेज पर एक खबर मिली, जिसमें वीडियो वायरल वीडियो की तस्वीरें देखा जा सकता है।

प्रकाशित खबर के मुताबिक 13 सितंबर 2022 को भाजपा समर्थकों ने कोलकाता पुलिसकर्मी को घेर लिया और लाठियों से मारा । यह घटना कोलकाता में भाजपा द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान का है।

क्यों किया गया था प्रदर्शन?

अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक बीजेपी ने 13 सितंबर 2022 को कोलकाता में सचिवालय तक मार्च बुलाया था। इसके तहत राज्यभर से हजारों बीजेपी समर्थक कोलकाता और हावड़ा की सड़कों पर उतर आए थे और अलग-अलग तरफ से राज्य सचिवालय तक पहुंचने की कोशिश कर रहे थे।

बीजेपी ने ये मार्च ममता सरकार के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर बुलाया था। इसी दौरान पुलिस और भाजपा समर्थकों के बीच झड़पें हुईं।

इस खबर की वीडियो को न्यूज18 बांग्ला में देखा जा सकता है।

पुलिस कार्रवाई-

एबीपी लआव में 17 सितंबर 2022 को प्रकाशित खबर के मुताबिक कोलकाता पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद लेते हुए नौ लोगों की पहचान की और उन्हें गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया।

वीडियो को लेकर यूपी पुलिस का स्पष्टीकरण-

पड़ताल के दौरान हमें ‘यूपी पुलिस फैक्ट चेक' द्वारा 21 जून को किया गया एक ट्वीट मिला। ट्वीट में स्पष्ट किया गया है कि वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं बल्कि कोलकाता का है। यह घटना वर्ष 2022 की है।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि पोस्ट में किया गया दावा भ्रामक है। वीडियो पश्चिम बंगाल के कोलकाता में सितंबर 2022 में हुई घटना से संबंधित है। घटना में 9 लोगों को कोलकाता पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वीडियो का कानपुर से कोई संबंध नहीं है।

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Title:पुलिसकर्मी की बेरहमी से पिटाई का ये वीडियो क्या सचमुच में कानपुर का है ? नहीं ये कोलकत्ता की एक घटना का वीडियो है…

Written By: Sarita Samal

Result: Misleading