वायरल हो रही सार्वजनिक सूचना की तस्वीर फर्ज़ी है। यूजीसी ने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है।

कोरोनावायरस (Coronavirus) के चलते केंद्रीय सरकारनेपिछले दो सालों से स्कूलऔर कॉलेजों में ऑनलाइन (online)पढ़ाई चल रहीं है। इसके साथ परिक्षाएं भी ऑनलाइन माध्यम से आयोजित की जा रहीं थी। परंतु हालही में सरकार ने कोविड-19 के दिशानिर्देशों के तहत स्कूलऔरकॉलेज खोल दिए है।
इस पार्श्वभूमि पर यूजीसी के नाम से एक सार्वजनिक सूचनाकी तस्वीर इंटरनेट पर साझा की जा रही है। उसमें कथित तौर पर लिखा है किचूंकि अब सभी कॉलेज और विश्वविद्यालयोंमें ऑफलाइनक्लासेस शुरु हो गए है, तो सभी विश्वविद्यालयों को सलाह दी जा रही है कि सभी अब सेहोम सेंटर पर ऑफलाइन परिक्षा ली जाए।
वायरल हो रहे पोस्ट में यूज़र ने लिखा है कि“ऑफलाइन विश्वविद्यालयों में परीक्षाएँ स्वकेंन्द्र आयोजित की जाये।#यूजीसी”
(शब्दशः)

अनुसंधान से पता चलता है कि…
चूंकि उपरोक्त तस्वीर में यूजीसी का नाम और लोगो है, तो हमने यूजीसी के आधिकारिक वैबसाइट को खंगाल कर जाँच की शुरुआत की। उनके वैबसाइट पर हमें ऐसी कोई नोटिस या सर्कुलर नहीं मिला।
परंतु हमें यूजीसी द्वारा 13 दिसंबर को प्रकाशित एक नोटिस मिली। जिसमें उन्होंने यह स्पष्ट किया है कि वायरल हो रही तस्वीर में दिख रहा सर्कुलर फेक है और यूजीसी ने ऐसी कोई सूचना जारी नहीं की।
उसमें लिखा है कि तारिख 10 दिसंबर 2021 को यूजीसी के सचिव के नाम से ऑफलाइन परिक्षा के बारे में वायरल हो रहा सर्कुलर फर्ज़ी है। वायरल हो रहा सर्कुलर यूजीसी ने जारी नहीं किया है।


इससे हमें समझ गया है कि वायरल हो रहा सर्कुलर फेक है।
फिर हमने यूजीसी के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट की जाँच की।हमने पाया कि 13 दिसंबर को यूजीसी ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर भी इसका स्पष्टिकरण दिया है।
जाँच के दौरान हमें पी.आई.बी फैक्ट चेक द्वारा किया गया एक ट्वीट भी मिला। उन्होंने भी इस नोटिस को फेक बताया है।
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रही तस्वीर के साथ किया गया दावा गलत है। तस्वीर में दिख रही पब्लिक नोटिस फर्ज़ी है। यूजीसी ने विश्वविद्यालयों को ऑफलाइन परिक्षाएं लेने का कोई आदेश नहीं दिया है।

Title:यूजीसी ने कॉलेजों को ऑफलाइन परिक्षा लेने का आदेश नहीं दिया है; जानिए क्या है सच…
Fact Check By: Rashi JainResult: False
