पहली तस्वीर उत्तराखंड के नैनीताल के माल रोड की है। वहीं दूसरी तस्वीर 2018 की बांग्लादेश में हुए इज्तेमा सभा की है।

सोशल मीडिया पर दो तस्वीरे शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीरें नैनीताल में पिछले बाराह सालों में मुस्लिम समुदाय की आबादी तेजी से बढ़ी है।
पहली तस्वीर में मार्केट रोड़ दिखाई देता जो की 2010 का बताया जा रहा है। वहीं दूसरी तस्वीर में नमाज अदा कर रहे मुस्लिम समुदाय की है जो 2022 में ली गई थी ऐसा दावा किया जा रहा है।
वायरल पोस्ट के साथ यूजर्स ने लिखा है कि – जिन्हें ये पता है, वही ये समझ सकते हैं।

अनुसंधान से पता चलता है कि…
वायरल हो रही तस्वीरों को रिवर्स इमेज सर्च करने पर पहली तस्वीर (2010) हमें कॉमन्स विकिमीडिया पेज पर मिली। खबर के अनुसार वायरल तस्वीर नैनीताल के अपर माल रोड की है। यह तस्वीर जून 2019 में ली गई थी।
टूरिस्ट वेबसाइट पेज पर भी वायरल तस्वीर प्रकाशित की गई है। वेबसाइट के मुताबिक, ये फोटो उत्तराखंड के नैनीताल के माल रोड की है। यह नैनीताल में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। इस जगह में एक से बढ़कर एक शॉपिंग सेंटर और रेस्टोरेंट हैं। इसके अलावा यह जगह कपड़े, लकड़ी के हस्तशिल्प और ट्रिंकेट की खरीदारी के लिए भी प्रसिद्ध है।
वायरल तस्वीर में एक दुकान पर “अलका” लिखा गया है। नैनीताल के अपर माल रोड में अलका के बारे में गूगल मैप पर सर्च करने पर अलका होटल मिला।

नमाज अदा करने वाले लोगों की तस्वीर को रिवर्स इमेज करने पर हमें अल जज़ीरा पेज पर मिली। 2018 में प्रकाशित खबर के अनुसार ये फोटो बांग्लादेश की है। जहां 130 से ज्यादा देशों के 20 लाख से ज्यादा मुसलमानों ने वार्षिक ‘बिश्व इज्तेमा’ सभा में भाग लिया था। जो दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मुस्लिम सभा है। यह सभा तुराग नदी के तट पर सालाना आयोजित की होती है।

‘विश्व इज्तेमा’ सभा की एक झलक आप यहां पर देख सकते हैं।
निष्कर्ष:
तथ्यों की जांच के पश्चात हमने पाया कि वायरल पोस्ट के साथ किया जा रहा दावा गलत है। वायरल पोस्ट की पहली तस्वीर उत्तराखंड के नैनीताल के माल रोड की है। वहीं दूसरी तस्वीर 2018 की बांग्लादेश में हुए इज्तिमा सभा की है।

Title:क्या नैनीताल की ये दो तस्वीरें मुस्लिमों की बढ़ती आबादी को दर्शाती हैं? जानिए सच
Fact Check By: Saritadevi SamalResult: False
