सड़कों पर विरोध प्रदर्शन का एक वीडियो तेजी से शेयर किया जा रहा है। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि ये जयपुर एक्सप्रेस ट्रेन हत्याकांड में जान गंवाने वाले असगर अब्बास अली की हत्या के खिलाफ जयपुर में मुस्लिम समुदाय द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन का दृश्य है ।

जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन हत्याकांड के मामले में मुस्लिम समाज समेत पूरे समाज ने आक्रोशित होकर रैली निकाली और अपना विरोध दर्ज कराया। यह रैली ईदगाह चौक से लेकर जिले तक निकाली गई । इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने आरोपियों को सख्त सजा देने की मांग की।

वायरल वीडियो के साथ यूजर्स ने लिखा है- अपनी आँखों को खोल‌ कर देख जो अभी तक सोये हुए हो यह लोग ट्रेन में जो तीन मुस्लिमों की हत्या हुई थी, उसी के विरोध में जयपुर में प्रोस्टेट कर रहे हैं, सोच लो अगर ऐसी भीड़ उन्मादी हो गयी तो फिर ??

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

वीडियो के बारे में जानने के लिए हमने वायरल वीडियो के कुछ कीफ्रेम का रिवर्स इमेज सर्च किया। पड़ताल हमें असद फखरुद्दीन नाम के यूजर द्वारा किया गया एक ट्वीट मिला। जिसे 11 जून 2023 को किया गया है।

उर्दू में पोस्ट का विवरण लिखा गया है 'जिसका मतलब है ...आज, 10 साल बाद, जमात-ए-इस्लामी बांग्लादेश को ओपन गैदरिंग की अनुमति मिल गई। ...ऐसा लगता है कि आज पूरा ढाका जीवंत हो उठा है। यह सिर्फ एक वीडियो नहीं है बल्कि दशकों के बलिदान के बाद का दृश्य है अल्लाहु अकबर।'

मिली जानकारी की मदद लेते हुए हमने अलग अलग कीवर्ड्स का इस्तमाल करते हुए गूगल सर्च किया। परिणाम में हमें कई मीडिया रिपोर्ट मिली।

खबरों के मुताबिक ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (डीएमपी) से मौखिक पुष्टि मिलने के बाद, बांग्लादेश में एक दक्षिणपंथी राजनीतिक दल जमात-ए-इस्लामी ने एक दशक में पहली बार जून 2023 में ढाका में एक रैली आयोजित की।

जमात का पंजीकरण 2013 में एक उच्च न्यायालय द्वारा रद्द कर दिया गया था, और इसकी आखिरी रैली उसी वर्ष फरवरी में हुई थी।

हालिया रैली की मांगों में पार्टी प्रमुख शफीकुर रहमान सहित इसके कैद सदस्यों के लिए स्वतंत्रता, और मुद्रास्फीति और आवश्यक वस्तुओं की मूल्य वृद्धि पर नियंत्रण शामिल था।

लेकिन हमें एसी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें वायरल वीडियो शामिल हो। या फिर जो हाल ही में मुंबई-जयपुर में असगर अब्बास अली की मौत के खिलाफ राजस्थान में आयोजित विरोध प्रदर्शन को दर्शाता हो।

सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन हत्या की घटना 31 जुलाई 2023 को हुई थी और विरोध प्रदर्शन इसी महीने यानी अगस्त 2023 में हुआ था।

लेकिन वायरल वीडियो इंटरनेट पर 11 जून 2023 से मौजूद है।

इससे ये साफ है कि वायरल वीडियो का मुंबई-जयपुर में असगर अब्बास अली की मौत के खिलाफ राजस्थान में आयोजित विरोध प्रदर्शन से कोई संबंध नहीं है।

निष्कर्ष-

तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि यह वीडियो एक महीना पुराना है, वीडियो का जयपुर एक्सप्रेस ट्रेन हत्याकांड के विरोध प्रदर्शन से कोई संबंध नहीं है।

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Title:असंबंधित वीडियो राजस्थान में मुसलमानों के विरोध प्रदर्शन के दावे से वायरल, जयपुर एक्सप्रेस ट्रेन हत्याकांड से नहीं है कोई संबंध….

Written By: Saritadevi Samal

Result: False