आपत्तिजनक हालत में पकड़े गये जोड़ों के वीडियो सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल।

Communal False

इस मामले में संप्रदायिकता का कोई संबंध नहीं है। वीडियो पिछले साल उत्तर प्रदेश के आगरा का है जहाँ कई जोड़े आपत्तिजनक हालत में पकड़े गये थे।

उत्तर प्रदेश के आगरा में एक कैफे में पुलिस की छापेमारी का एक वीडियो जिसमें युवा जोड़ों को अंतरंग होते हुए दिखाया गया है। सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक दावों के साथ वायरल है। दावा किया गया कि मध्य प्रदेश के एक हुक्का बार में मुस्लिम लड़कों को हिंदू लड़कियों को लुभाते हुए पकड़ा गया था। ये वीडियो सोशल मीडिया पर लव जिहाद के दावे के साथ फैलाया जा रहा है।

वायरल हो रहे पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया है कि “मध्यप्रदेश के हुक्का बार में कल पड़ी रेड में कुल 30 पकड़ाए,15 लड़के 15 लड़किया। लड़कियां अच्छे खासे ऊंचे घरों की थीं। खास बात इसमें ये कि सभी 15 लड़के मुस्लिम थे, और सभी लड़कियां हिंदू घरों से थीं। एक भी मुस्लिम लड़की नहीं थी।  यदि किसी को इसपर विचार करना हो तो बैलेंसड दिमाग से विचार करे… वरना जो हो रहा है वो तो हो ही रहा है फिर  हमें दूसरों पर उंगली उठाने के पहले अपना घर देख लेना चाहिए कैसे मुंह छुपा रही है माता पिता के संस्कार साफ दिखाई दे रहे हैं इस वीडियो को इतना शेयर करो कि लड़कियों के बाप तक पहुंच जाए उन्हें पता लगे कि हमारी रानियां क्या गुल खिला रही है।”

फेसबुक पोस्टआर्काइव लिंक 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

जाँच की शुरुआत हमने वायरल वीडियो को छोटे कीफ्रेम्स में तोड़कर गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने से की, जिसके परिणाम से हमें भास्कर द्वारा अगस्त 2022 को प्रकाशित खबर मिली जिसके अनुसार ये घटना आगरा शहर की है। संजय प्लेस शू मार्केट में कैफे हाउस नाम से एक रेस्टोरेंट है। इसके बेसमेंट में केबिन बने हैं। इन केबिनों को कैफे संचालक द्वारा 300 रुपए घंटे के हिसाब से युवक-युवतियों को दिया जाता था। बताया गया है कि 27 जुलाई को थाना हरीपर्वत के हेड कांस्टेबल रंजीत, कांस्टेबल सौरभ कुमार और पीआरवी पर तैनात कांस्टेबल ज्ञानेंद्र सिंह ने छापा मारा था। अमर उजाला और यूपी तक कीरिपोर्ट के अनुसार, हरीपर्वत थाने में तैनात तीन पुलिसकर्मियों ने एक कैफे में छापेमारी के दौरान युवक-युवतियों का अंतरंग संबंध बनाते हुए वीडियो बना लिया। युवक-युवतियां गुहार लगाते रहे लेकिन पुलिसकर्मियों ने एक न सुनी। इस वीडियो के वायरल होने के बाद तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। वीडियो वायरल होने के बाद शहर में हड़कंप मच गया। पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठे। आपको बता दें कि करीब 12 दिन पहले हरीपर्वत पुलिस ने कैफे पर छापा मारा था। एसएसपी को मामले से जुड़े वायरल वीडियो की जानकारी मिली। एसएसपी ने जांच की तो तीनों पुलिसकर्मियों की अनुचित हरकतें सामने आईं।

यूपी 18 न्यूज़ रिपोर्ट

आगे फैक्ट क्रेसेंडो ने आगरा के एसपी रवि कुमार से संपर्क किया, जिन्होंने हमें बताया कि ये मामला मध्य प्रदेश से नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के आगरा से है। इस वीडियो के साथ किये गये दावे सरासर गलत है और मामले का संप्रदायिकता के साथ कोई संबंध नहीं है। इस घटना को फर्जी लव जिहाद और सांप्रदायिक रंग देकर सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है।

निष्कर्ष- 

तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने वायरल वीडियो के साथ किये गये दावे को गलत पाया है। वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के आगरा से है जहाँ एक कैफ़े के अन्दर केबिन में आपत्तिजनक हालत में कई जोड़े पकड़े गये थे। इस मामले के साथ संप्रदायिकता का कोई संबंध नहीं है और इन जोड़ों के नाम और पहचान प्राइवेट रखे गए है। ये वीडियो मध्य प्रदेश के हुक्का बार से नहीं है।

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Title:आपत्तिजनक हालत में पकड़े गये जोड़ों के वीडियो सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल।

Written By: Drabanti Ghosh 

Result: False