यह एक रॉकेट लॉन्च का वीडियो है। चीन द्वारा विकसति किए गए कृत्रिम सूरज से इसका कोई लेना देना नहीं।

हाल ही में खबर आई है कि चीन ने कृत्रिम सूरज का निर्माण किया है। इसके बाद इंटरनेट पर एक वीडियो शेयर कर के दावा किया जा रहा है कि इसमें दिख ने वाली आसमान में चमकिली चीज चीन ने बनाया हुआ सूरज है।

वायरल हो रहे पोस्ट में लिखा है, “चीन में निकाला नकली सूरज। चीन के पूर्वी अनहुई प्रांत में यह कृत्रिम सूरज बनाया गया है। EAST के काम करने के तरीकों पर बात करें तो यह सुपरहीटिंग प्लाज्मा पर काम करता है। यानी पदार्थ के चारों रूप में से एक रूप के पॉजिटिव आयन और अत्यधिक ऊर्जा से भरे हुए स्वतंत्र इलेक्ट्रॉन्स को डोनट आकार के रिएक्टर चैंबर में डालकर तेजी से घुमाया जाता है।“ (शब्दश:)

फेसबुक

अनुसंधान से पता चलता है कि...

वीडियो की जाँच हमने इनवीड-वी वैरिफाइ टूल से की। परिणाम में हमें dan levy नामक एक यूज़र का ट्विट मिला जिसमें उसने लिखा है कि “ये एक रॉकेट लॉन्च का वीडियो है।”

https://twitter.com/danjlevy/status/1480977720221700102

आर्काइव लिंक

फिर हमने फेसबुक पर कीवर्ड सर्च किया तो हमें इस वीडियो से मिलते-जुलते कई वीडियो मिलें। 16 मार्च 2020 को प्रसारित एक वीडियो आप नीचे देख सकते है।

इस वीडियो के साथ दी गई जानकारी में लिखा है, चीन के वेनचांग स्पेस लॉन्च साइट पर लॉन्ग मार्च 7A रॉकेट को रात में 9.34 बजे लॉन्च किया गया।

हमें Wu Lei नामक एक पेज पर इससे वायरल वीडियो के मिलता- जुलता वीडियो मिला। उसमें भी आप लोगों को रॉकेट लॉन्च होते हुए देख सकते है। यह वीडियो कुछ दिन पहले 24 दिसंबर को प्रसारित किया गया था। इसके साथ दी गयी जानकारी के मुताबिक यह 23 दिसंबर को हुये रॉकेट लॉन्च का है।

आर्काइव लिंक

आप देख सकते है कि इस वीडियो में चायनीज़ भाषा में जानकारी लिखी हुई है। और इस पेज को खंगालने पर हमने पाया कि इसके संचालक ने चीन में किये गए कई रॉकेट लॉन्च और अंतरिक्ष मिशन को रिपोर्ट किया है। जानकारी के अनुसार वह एक पत्रकार है।

तो इससे हमने अनुमान लगाया कि उपरोक्त वीडियो चीन ने किए रॉकेट ल़ॉन्च का है। जाँच करने पर हमें पता चला कि कुछ दिन पहले 23 दिसंबर को चीन ने लॉन्ग मार्च 7 A लॉन्च किया था।

नीचे दी गयी तुलनात्मक तस्वीर में आप उस दृश्य को देख सकते है जो दोनों वीडियो में मिलता-जुलता है।

हालांकि हम वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं कर पाये परंतु हम इन सबूतों से यह कह सकते है कि ये एक रॉकेट लॉन्च का वीडियो है।

क्या है चीन के कृत्रिम सूरज का प्रकरण?

चीन के कृत्रिम सूरज को एक्सपेरिमेंटल एडवांस्ड सुपरकंडक्टिंग टोकामक (EAST) कहा जाता है। यह एक फ्यूजन रिएक्टर डिवाइस है। भविष्य में क्लीन एनर्जी हासिल करने के लिए चीन कृत्रिम सूरज का इस्तेमाल कर रहा है।

आपको बता दें कि चीन इस कृत्रिम सूरज का 2006 से परमाणु संलयन एक्‍सपेरिमेंट के लिए इस्तेमाल कर रहा है। हाल ही में चीन के एक रेकॉर्ड तोड़ा है। उन्होंने इस सूरज को एक टेस्ट में 70 मिलियन डिग्री सेल्सियस तापमान पर लगभग 20 मिनट रखा था। आप इस कृत्रिम सूरज की तस्वीर नीचे देख सकते है।

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। ये रॉकेट लॉन्च का वीडियो है। इसका चीन ने बनाए हुए कुत्रिम सूरज से कोई संबन्ध नहीं।

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Title:ARTIFICIAL SUN: क्या यह वीडियो चीन ने बनाए हुए मानवनिर्मित सूरज का है?

Fact Check By: Rashi Jain

Result: False