
1 मिलियन निकासी आदेश के बाद नागरिकों के भाग जाने पर इज़राइल ने गाजा पर हमला किया । इस संदर्भ में सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें मुस्लिम महिलाओं के एक समूह को भारतीय झंडे पकड़कर चलते हुए देखा जा सकता है। वीडियो के साथ दावा किया गया है कि यह फिलिस्तीनियों ने इजरायली हमलों से बचने के लिए भारतीय ध्वज का उपयोग किया है।
वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- फिलिस्तीन के मुसल्ले और मुसल्ली तिरंगे का उपयोग कर के फिलिस्तीन से निकल रहे हैं, क्यूंकि तिरंगा देख कर इजराइल नहीं मार रहा इन आतंकियों को
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो की तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में हमें यूट्यूब चैनल पर वायरल वीडियो मिला। वीडियो को इज़राइल-हमास संघर्ष से एक महीने पहले, सितंबर 2023 के पहले सप्ताह में अपलोड किया गया था।
वहीं हमें इंस्टाग्राम पर भी वायरल वीडियो का पोस्ट मिला। वीडियो के साथ दिए गए विवरण से पता चलता है कि वो 2023 के अरबईन का हैं।

अरबईन 2023, कर्बला और भारत जैसे अधिक कीवर्ड का उपयोग करने पर हमें 31 अगस्त को फलक_हक़120 नाम के अकाउंट से एक इंस्टाग्राम पोस्ट मिला, जिसके शीर्षक में लिखा है ” अरबईन वॉक 2023″ ।
अरबाईन वॉक –
दुनिया की सबसे बड़ी वार्षिक सार्वजनिक सभाओं में से एक अरबईन वॉक में 2023 में दुनिया भर से लगभग 25 मिलियन प्रतिभागियों ने भाग लिया था । 06 सितंबर 2023 को हुई, 40-दिवसीय शोक अवधि के समापन पर एक धार्मिक अनुष्ठान का प्रतीक है। दुनियाभर के मुस्लिमों के बीच अरबईन तीर्थयात्रा काफी अहमियत रखती है। इस तीर्थयात्रा को दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक जमावड़ा भी कहा जाता है। हर साल अरबाईन तीर्थयात्रा में हज यात्रा से भी ज्यादा मुसलमान हिस्सा लेते हैं। आंकड़ों के मुताबिक, साल 2017 में अरबईन तीर्थयात्रा या कर्बला वॉक या कर्बला तीर्थयात्रा में 2.5 करोड़ लोगों ने हिस्सा लिया था। ये तीर्थयात्रा आशूरा के बाद 40 दिनों की शोक की अवधि के आखिर में इराक के कर्बला में आयोजित किया जाता है। ये तीर्थयात्रा 61 हिजरी यानी साल 680 में पैगंबर मुहम्मद के पोते और तीसरे शिया मुस्लिम इमाम हुसैन इब्न अली की शहादत की याद में की जाती है।

आगे की जांच में अन्य भारतीय तीर्थयात्रियों के भारतीय ध्वज ले जाने और कार्यक्रम के दौरान इसे अपने कंधों पर लपेटने के कई दृश्य सामने आए। जिन्हें यहां, यहां और यहां पर देखा जा सकता है।
निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि, 2023 के अरबईन वॉक का एक असंबंधित वीडियो फिलिस्तीनियों को इजरायली हमलों से बचने के लिए भारतीय ध्वज का उपयोग करने के झूठे दावे से शेयर किया जा रहा है।

Title:फ़िलिस्तीनियों के इज़रायली हमलों से बचने के लिए भारतीय झंडे का इस्तमाल करने के दावे से वायरल वीडियो फर्जी है….
Written By: Sarita SamalResult: False
