विजय पटेल

सतीश भट्ट

आज, शनिवार, ९ फरवरी २०१९ को फेसबुक पर विजय पटेल तथा सतीश भट्ट नामक यूजर्स ने उपरोक्त पोस्ट शेअर की है, जिसमे भारत के पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत जवाहरलाल नेहरू तथा उनकी पत्नी कमला इनके संदर्भ में कुछ बातें कही गई है जो अभी तक पढने या सुनने में नहीं आयी है | इस पोस्ट में इस यूजर्स ने कहा है की नेहरू ने पत्नी कमला के साथ बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण व्यवहार किया और उन्हें परदेस में अकेले मरने के लिए छोड़ दिया | इस संदर्भ में मूल पोस्ट करीब दो साल पहले की है जो की नीचे देखी जा सकती है |

१२ दिसंबर २०१७ को चक्रधर झा द्वारा लिखी मूल पोस्ट को ४६ शेअर, ३७ कमेंट्स मिले | इसके बाद २२ अप्रैल २०१८ को नितिन ठाकुर द्वारा की गयी इसी तरह की पोस्ट को १२६ शेअर, ८६ कमेंट्स मिले | जाहिर है यह विषय काफी चर्चा में रहा | अब आज वह पोस्ट फिर से पोस्ट की गयी है और धीरे धीरे कई सोशल मंचों पर साझा होने लगी है, अतः हमने इसकी सच्चाई जानने की कोशिश की |

आइए पहले देखते है की पोस्ट में खंगालने लायक क्या बातें लिखी है |
१. नेहरु ने अपनी पत्नी को युगोस्लाविया [आज चेक रिपब्लिक] के प्राग शहर में दूसरे इन्सान के साथ सेनिटोरियम में भर्ती कर दिया |
२. कमला नेहरु पूरे दस सालों तक अकेले टीबी सेनिटोरियम में पल पल मौत का इंतजार करती रही.. लेकिन नेहरु दिल्ली में एडविना बेंटन के साथ इश्क करते रहे |
३. नेताजी सुभाषचन्द्र बोस को जब पता चला तब वो प्राग गये | और डाक्टरों से और अच्छे इलाज के बारे में बातचीत की | प्राग के डाक्टरों ने बोला कि स्विट्जरलैंड के बुसान शहर में एक आधुनिक टीबी हास्पिटल है जहाँ इनका अच्छा इलाज हो सकता है | तुरंत ही नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने उस जमाने में ७० हजार रूपये इकट्ठे किये और उन्हें विमान से स्विटजरलैंड के बुसान शहर में हास्पिटल में भर्ती किया |

४. उनके मौत के दस दिन पहले ही नेताजी सुभाषचन्द्र ने नेहरु को तार भेजकर तुरंत बुसान आने को कहा था | लेकिन नेहरु नहीं आये | फिर नेहरु को उनकी पत्नी की मौत की खबर भेजी गयी | फिर भी नेहरु अपनी पत्नी के अंतिम संस्कार में भी नहीं आये | अंत में स्विटजरलैंड के बुसान शहर में ही नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने नेहरु की पत्नी कमला नेहरु का अंतिम संस्कार करवाया |

अब देखते है हमने जो खंगाला उसका नतीजा |
१. जब कमला नेहरू को युगोस्लाविया के अस्पताल में दाख़िल किया गया तब नेहरू अल्मोड़ा की जेल में थे |
२. इस बात का कहीं कोई प्रमाण नहीं है |
३. जब कमला नेहरू को स्विट्जरलैंड के बुसान शहर के एक अस्पताल में भर्ती किया गया, तब भी नेहरू जेल में थे | उन्होंने ही सुभाषचन्द्र बोस को यह जिम्मेदारी सौंपी थी | अक्तूबर १९३५ में जेल से छूटने के तुरंत बाद नेहरू कमला से मिलने स्विट्जरलैंड गए थे |
४. जब उनका निधन हुआ तब स्वयं नेहरू, बेटी इंदिरा, नेहरू की माताजी कमला के साथ थे |

जवाहरलाल नेहरू ने अपनी आत्मकथा में पत्नी कमला आख़िरी दिनों के बारे में लिखा है...

उनकी क्षयरोग के कारण 28 फ़रवरी 1936 में स्विटजरलैंड में मृत्यु हुई। नेहरूजी ने अंतिम समय का वर्णन करते हुए लिखा है, "ज्यों-ज्यों आखिरी दिन बीतने लगे, कमला में अचानक तबदीली आती जान पड़ी। उसके जिस्म की हालत, जहां तक हम देख सकते थे, वैसी ही थी, लेकिन उसका दिमाग़ अपने इर्द-गिर्द की चीज़ों पर कम ठहरता। वह मुझसे कहतीं कि कोई उसे बुला रहा है या कि उसने किसी शक़्ल या आदमी को कमरे में आते देखा, जबकि मैं कुछ न देख पाता था। 28 फ़रवरी को, बहुत सबेरे उसने अपनी आखिरी सांस ली। इंदिरा वहां मौजूद थी, और हमारे सच्चे दोस्त और इन महीनों के निरंतर साथी डाक्टर अटल भी मौजूद थे। कुछ और मित्र स्विटजरलैंड के पास के शहरों से आ गए और हम उसे लोज़ान के दाहघर में ले गए। चंद मिनटों में वह सुंदर शरीर और प्यारा मुखड़ा, जिस पर अकसर मुस्कराहट छाई रहती थी, जलकर ख़ाक हो गया। और अब हमारे पास सिर्फ़ एक बरतन रहा, जिसमें उस सतेज, आबदार और जीवन से लहलहाते प्राणों की अस्थियां हमने भर ली थीं।" नेहरू जब कमला की अस्थियां लेकर लौट रहे थे तो उनका मन एकदम खिन्न और उदास था, उस क्षण को याद करते हुए लिखा है, "मैंने ऐसा महसूस किया कि मुझमें कुछ नहीं रह गया है और मैं बिना किसी मकसद का हो गया हूं। मैं अपने घर की तरफ़ अकेला लौट रहा था, उस घर की तरफ़ जो अब घर नहीं रह गया था, और मेरे साथ एक टोकरी थी, जिसमें राख़ का एक बरतन था। कमला का जो कुछ बच रहा था, यही था। और हमारे सब सुख सपने मर चुके थे और राख़ हो चुके थे। वह अब नहीं रही, कमला अब नहीं रही- मेरा दिमाग़ यही दुहराता रहा।" नेहरूजी ने अपनी आत्मकथा कमला को समर्पित करके बेहतरीन श्रद्धांजलि दी।

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हमारे द्वारा किये गए तथ्यों की जांच का परिणाम : इस पोस्ट में इस यूजर्स ने पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत जवाहरलाल नेहरू तथा उनकी पत्नी कमला इनके संदर्भ में जो भी कहा है वह सब भ्रामक व तथ्यहीन है |

Misleading Title: तथ्य की जांच : क्या जवाहरलाल नेहरू ने पत्नी कमला को अकेले मरने के लिए छोड़ दिया था?"
Fact Check By: Rajesh Pillewar
Result: Misleading