बाड़मेर एसएचओ दाउद खान ने स्पष्ट किया कि वीडियो पुराना है, एक बस दुर्घना में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जिसके बाद परिजनों ने इस तरह का भाषण दिया था और इसको लेकर कार्यवाही की गई थी।

सोशल मीडिया पर एक वीडियो इस दावे के साथ वायरल किया जा रहा है कि हाल में राजस्थान के बाड़मेर के सेड़वा गांव में मौलाना ने सभी मुसलमानों के लिए फतवा जारी किया है। जिसके अनुसार वे जाटों, गुज्जरों और चौधरी की दुकानों से कोई सामान न खरीदें और न ही उनकी गाड़ियों में बैठें।
वायरल वीडियो में एक मुस्लिम शख्स को यह कहते सुना जा सकता है कि अगर मुसलमान के दिल में एक राई के बराबर भी ईमान बाकी है तो…..वो कह रहे हैं कि हमारा पांच साल तक कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। दुसरी बात इनका जो पेट्रोल पंप है तो अगर कोई मुसलमान है तो … कसम है आपको खुदा की इसके पेट्रोल पंप से कोई पेट्रोल नहीं भरेगा, उसका मेडिकल के ऊपर कोई दवाई नहीं लेगा, इसकी गाड़ी पर कोई नहीं चढेगा।
वायरल वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर लोग आक्रोश जताने के साथ पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर कर कार्यवाही करने की मांग कर रहे हैं।
वायरल वीडियो के साथ यूजर्स ने लिखा है-मुस्लिमों ने फतवा जारी किया जिसमें जाट, गुर्जर,चौधरीयों से कोई समान कोई भी वस्तू ना खरीदें साथ ही इनकी किसी भी गाड़ी में ना बैठें…आज राजस्थान के अंदर बाड़मेर के अंदर सेड़वा गांव है जो कि हजारों की तादाद में हिंदू रहते हैं उसके बीच में जो मुसलमान…और यह तबलिगही जमात के लोग पूरे भारत की मस्जिदों में घूम घूम कर मुसलमानों को इकट्ठा करके इस तरह का फतवा देते हैं इस तरह का उन्हें कसम खिलाते हैं और हम हिंदू हैं कि गंगा जमुनी तहजीब में डूबे हुए हैं
अनुसंधान से पता चलता है कि…
जांच की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो को सबसे पहले रिवर्स इमेज की मदद से फिर अलग अलग कीवर्ड के साथ सर्च करने पर वीडियो हमें एक फेसबुक पेज पर मिला। फेसबुक पर वायरल वीडियो को 2019 में अपलोड किया गया है।
इससे साफ है कि वायरल वीडियो हाल फिलहाल का तो नहीं है।

पड़ताल में आगे हमें बाड़मेर पुलिस का ट्वीट मिला, जिसमें वायरल वीडियो को लेकर स्पष्टीकरण दिया गया है। 14 मार्च 2023 को वायरल वीडियो वाले एक ट्वीट का जवाब देते हुए, बाड़मेर पुलिस ने स्पष्ट किया कि वीडियो 2019 का है।
पुलिस ने कहा कि 28 जून 2019 को थाना रामसर के गागरिया गांव में पेट्रोल पंप के सामने एक प्राइवेट बस से एक्सीडेंट होने से एक व्यक्ति की मृत्यु एवं तीन व्यक्ति घायल हो गए थे। इस घटना के विरोध में मृतक के परिजनों ने विरोध प्रदर्शन करने के साथ इस तरह का भाषण भी दिया था। तभी नियमानुसार कार्यवाही की गई थी।
स्पष्टीकरण के लिए हमने बाड़मेर एसएचओ दाउद खान से संपर्क करने पर उन्होंने हमें स्पष्ट किया कि वायरल वीडियो 2019 का है। वर्तमान में बाड़मेर में इस तरह की कोई घटना नहीं हुई है। यह एक बस दुर्घटना का मामला है, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी वहीं तीन लोग घायल हो गए थे। मृतक के परिजनों ने दुर्घटना का विरोध करते हुए इस तरह की बात कही थी । तब इसको लेकर कानूनी कार्यवाही भी की गई थी।
निष्कर्ष-
तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि वायरल वीडियो 2019 का है, एक दुर्घटना को लेकर परिजनों ने इस तरह का भाषण दिया था। इसको लेकर तब पुलिस ने कानूनी कार्यवाही की थी।

Title:वायरल वीडियो 2019 का है, जब एक दुर्घटना के लिए मृतक के परिजनों ने नाराज़गी ज़ाहिर की थी।
Fact Check By: Saritadevi SamalResult: Missing Context
