बांग्लादेश में ड्रग्स की तस्करी करते पकड़े गए युवक का वीडियो भारत से जोड़ कर वायरल…

False International

पोस्ट में किया गया दावा भ्रामक है। वायरल वीडियो न तो पुलवामा अटैक और न ही भारत में हथियारों की तस्करी से सम्बंधित है।

इंटरनेट पर एक वीडियो को पुलवामा हमले से जोड़ते हुए तेज़ी से वायरल किया जा रहा है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि कुछ सुरक्षाकर्मी बुर्का पहने हुए युवक की तलाशी लेते हैं जिसने कपड़े के अंदर कुछ छिपा रखा था। इस बीच बुर्का पहने एक औरत भी दिखाई देती है लेकिन उसका चेहरा नज़र आता है। वीडियो को शेयर करते हुए यूज़र्स द्वारा दावा किया जा रहा है कि भारत में मुसलमान बुर्के का गलत इस्तेमाल कर गैरकानूनी काम कर रहे हैं। दावा यह भी किया गया है कि पुलवामा में हमला का कारण इसी प्रकार से बुर्के की आड़ में विस्फोटक पदार्थ की तस्करी भी है। वीडियो के अंदर टेक्स्ट भी इसी प्रकार से लिखा गया है। साथ ही कैप्शन में यह लिखा है…

मुसलमानो को बुर्का क्यू चाहिए ,,, ये ही है कारण है,,,#सभी @highlight

फेसबुक पोस्टआर्काइव पोस्ट 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने पोस्ट की पड़ताल के लिए वायरल वीडियो से कीफ्रेम लेकर उन्हें गूगल रिवर्स इमेज से सर्च किया। ऐसा करने से हमें वायरल वीडियो का लंबा वर्जन बांग्लादेश के न्यूज चैनल रावज़ान टी.वी के आधिकारिक फेसबुक पेज पर मिला। यहां पर वीडियो को 9 मार्च 2021 को अपलोड किया गया था। वीडियो के साथ दी गई जानकारी के अनुसार, एक शख्स ने गर्भवती महिला बनकर ड्रग्स की तस्करी करने की कोशिश की थी। इससे इतनी बात यही साफ़ हो गई कि न तो ये वीडियो भारत का है और न ही इसका पुलवामा या फिर भारत में हथियारों की तस्करी से कोई संबंध है।

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने अपनी खोज को और आगे बढ़ाया। अब हमें वायरल वीडियो से जुड़ी रिपोर्ट बांग्लादेशी वेबसाइट सीवाइस24 पर मिली, जिसे 9 मार्च 2021 को प्रकाशित किया गया था। पता चलता है कि वायरल वीडियो बांग्लादेश के रावज़ान शहर का है। जब सूचना मिलने पर रावज़ान पुलिस ने चटगांव-रंगामती रोड के जलील नगर इलाके में बैरिकेडिंग लगाकर चेकिंग करना शुरू किया था। इस दौरान पुलिस ने दो लोगों को पकड़ा था, जो गैरकानूनी तरीके से ड्रग्स की तस्करी कर रहे थें। वहीं वीडियो में नजर आ रहे शख्स का नाम सागर है और जो अमीना बेगम के साथ मिलकर ड्रग्स की तस्करी कर रहा था। आरोपी बुर्का पहनकर गर्भवती महिला बनकर ड्रग्स ले जा रहा था।  

इस मामले को लेकर हमें एक अन्य बांग्लादेशी मीडिया स्माइल टीवी बांग्ला के यूट्यूब चैनल पर वायरल वीडियो का लंबा वर्जन मिला। वीडियो तीन वर्ष पूर्व का है जिसके साथ जानकारी दी गई थी, कि गर्भवती अवस्था में मादक पदार्थ की तस्करी करते दो कारोबारी को पुलिस कार्रवाई में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। 

9 मार्च, 2021 को प्रकाशित प्रोथोमालो की रिपोर्ट के अनुसार रावज़ान में पुलिस ने एक पुरुष और एक महिला को गर्भवती महिला के वेश में शराब की तस्करी करने के आरोप में गिरफ्तार किया। संदिग्धों जिनका नाम मुहम्मद सागर (20) अगराबाद मुगलटुली से और अमीना बेगम (19) सदरघाट से, जलीलनगर सीएमपी मस्जिद के पास चटगाँव-रंगमती रोड पर पकड़ा गया। उन्हें खारे पानी से भरे पेट के नीचे छिपाई गई 52 लीटर शराब के साथ पकड़ा गया था। बुर्का पहने युवक की तलाशी के दौरान प्रतिबंधित सामान बरामद किया गया था। दोनों संदिग्धों पर नारकोटिक्स कंट्रोल एक्ट के तहत जेल भेज दिया गया था।

हमने वायरल वीडियो में सुरक्षा कर्मियों के पहने यूनिफार्म को भी नोटिस किया, जिन्होंने नीले रंग की यूनिफार्म पहनी थी।

चूंकि वायरल वीडियो को भारत का बताया गया था, इसको ध्यान में रखते हुए पड़ताल करने पर हमें बांग्लादेश पुलिस की वेबसाइट पर इसी नीली वर्दी में वहां के पुलिसकर्मियों और पुलिस अधिकारीयों की तस्वीरें प्राप्त हुई। यह वेबसाइट बांग्लादेश पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट है। 

ऐसे में स्पष्ट है कि बुर्के में ड्रग्स की तस्करी करने वाले व्यक्ति का वायरल वीडियो भारत का नहीं बल्कि बांग्लादेश का है।

निष्कर्ष 

तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि, बुर्का पहनकर तस्करी करते लोगों का वायरल वीडियो न तो भारत का है और न ही इसका संबंध पुलवामा हमले से हैं।  बल्कि वीडियो बांग्लादेश के रावज़ान शहर का है, जब बुर्का पहना शख्स गर्भवती महिला बनकर ड्रग्स की तस्करी कर रहा था और रावज़ान पुलिस ने उन्हें पकड़ा था। इसलिए वायरल दावा भ्रामक साबित होता है। 

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Title:बांग्लादेश में ड्रग्स की तस्करी करते पकड़े गए युवक का वीडियो भारत से जोड़ कर वायरल…

Fact Check By: Priyanka Sinha 

Result: False