
देशभर में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) काफ़ी चर्चा में है | कोई इसके खिलाफ अपना मत दे रहें है और कोई इसके समर्थन में | ऐसा ही एक वीडियो सोशल मिडिया पर साझा होता मिला, जिसमे एक महिला सरकार द्वारा CAA और NRC के निर्णय के खिलाफ अपनी राय दे रही है | वीडियो के साथ दावा यह किया जा रहा है कि, वीडियो में दिखने वाली महिला अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी है | वीडियो की जांच में फैक्ट क्रेसेंडो इस दावे को गलत पाया है | आइये देखते है कि सच क्या है |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
अनुसंधान से पता चलता है कि…
वीडियो में HNP news का नाम दिखाई देता है | इस नाम के समाचार चैनल को ढूँढने पर हमें YouTube पर HNP news द्वारा 3 जनवरी 2020 को अपलोड किया यह वीडियो मिला | इस वीडियो के 01:36 मिनिट में वीडियो में दिखने वाली महिला का नाम अतिया अल्वी बताया गया और यह वीडियो दिल्ली में जंतर-मंतर इलाके का बताया गया |
हमने अतिया अल्वी से संपर्क कर उनसे इस वीडियो के बारे में जानकारी ली तो उन्होंने हमें बताया कि

जब हमने अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी के बारे में गूगल पर ढूंढा, तो हमें 16 नवम्बर 2018 को NDTV द्वारा प्रकाशित एक ख़बर मिली | इस ख़बर में अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी की तस्वीर के साथ उनका नाम करुना शुक्ला बताया गया है | 24 अगस्त 2018 को Firstpost की एक ख़बर में अटल बिहारी वाजपेयी की दूसरी भतीजी कांति मिश्रा की तस्वीर प्रकाशित की थी |
एनडीटीवी आर्काइव | फर्स्टपोस्ट आर्काइव
इस से यह तो स्पष्ट है कि, वीडियो में अपना वक्तव्य देने वाली महिला अतिया अल्वी है और अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी का नाम करुना शुक्ला व कांति मिश्रा है |
इसके बाद हमने करुना शुक्ला द्वारा सरकार के विरुद्ध किसी भी प्रकार का दिया गया बयान ढूंढा, तो 6 नवम्बर 2013 को NDTV का अपलोड किया गया एक साक्षात्कार मिला | इस वीडियो में करुना शुक्ला ने भाजपा पार्टी छोड़ने का कारण बताया था |
जांच का परिणाम :
इस अनुसंधान से यह बात स्पष्ट होती है कि उपरोक्त पोस्ट में साझा वीडियो में दिखने वाली महिला का नाम अतिया अल्वी है और वें अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी नहीं है | इस वीडियो के साथ किया गया दावा ग़लत है |

Title:दिल्ली की एक सामाजिक कार्यकर्ता का बयान अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी के नाम से हुआ वाईरल |
Fact Check By: Natasha VivianResult: False
