
२ मार्च २०१९ को फेसबुक के ‘जय हिन्द’ नामक एक पेज पर साझा किया गया यह पोस्ट बहुत ज्यादा शेयर किया जा रहा है | पोस्ट में एक फोटो साझा किया गया जिसमे एक महिला एक हाथ में एक लड़के का फोटो व दुसरे हाथ में आधार कार्ड पकडकर रोती हुई खड़ी नजर आती है | हैडलाइन में लिखा गया है की – इस माँ का बेटा बीमार है इलाज के लिए पैसे नहीं है आप एक शेयर जरुर करे कोई इनकी मदद करने वाला मिल जाए | फोटो के नीचले हिस्से में लिखा है- शेयर करने के पैसे नहीं लगेंगे प्लीज एक शेयर जरुर करे आपको इस गरीब की दुआ लग जाएगी |
पोस्ट के विवरण में लिखा गया है –
पेज एडमिन की मदद जरूर करें!
A|C : 4476000100094333
IFSC CODE : PUNB0447600
दान जरूर दे! चाहे 1 Rs क्यों ना दे!
इस पोस्ट द्वारा भावनात्मक आह्वान कर आर्थिक रूप से सहायता करने की अपील की जा रही है | इस फोटो को देखकर संदेह उत्पन्न होता है | आये दिन हम सोशल मीडिया पर इस तरह की भावनात्मक अपील देखते है, जो गलत भी होती है | तो आइये जानते है इस फोटो की सच्चाई |
संशोधन से पता चलता है कि…
सबसे पहले हमने पोस्ट पोस्ट में साझा किया गए फोटो की बारीकी से जांच की तो पता चला कि यह ओरिजनल फोटो नहीं है, बल्कि छेडछाड की हुई है | महिला ने लड़के का जो फोटो हाथ में पकड़ा है वह मूल फोटो को जोड़ा गया है | महिला के दोनों हाथों में पकडे फोटो व आधार कार्ड को आप देखेंगे तो यह फर्क साफ नजर आएगा | यह फर्क आप नीचे देख सकते है | दूसरी बात यह की मूल फोटो पर तीसरा भी फोटो दिखाई देता है, जो इस बात की पुष्टि करता है की मूल फोटो के साथ छेडछाड की गई है |
यह बात तो फोटो को बारीकी से जांच करते ही स्पष्ट हो जाती है की मूल फोटो के साथ छेडछाड की गई है | तो हमने संशोधन को आगे बढ़ाते हुये मूल फोटो को ढूंढा | पोस्ट में दिए गए फोटो का स्क्रीन शॉट लेकर रिवर्स इमेज सर्च करने से हमें इस फोटो के अलग अलग विवरण मिले | गूगल रिवर्स इमेज सर्च से हमें पता चला की कई लोगों ने इस फोटो को साझा किया है | इस सर्च से हमें वह मूल फोटो भी मिल गई, जो अलग विवरण के साथ साझा की गई थी |
सबसे पहले यह ओरिजनल फोटो जिस फेसबुक पोस्ट के साथ पोस्ट की गई थी, वह आप नीचे देख सकते है | यह पोस्ट उमेश कुमार नामक एक यूजर ने १ अप्रैल २०१७ को किया था |
इसके बाद २ अप्रैल २०१७ को अपन मिथिला नामक एक फेसबुक पेज पर यही विवरण के साथ यह फोटो शेयर की गई थी |
इसके बाद ३ अप्रैल २०१७ को अमरिका से Ganga Ram Yadav Raaz नामक एक फेसबुक यूजर ने और छह यूजर को टैग करके अपन मिथिला की पोस्ट साझा कर इस पोस्ट के सन्दर्भ में सवाल पूछा था |
इसके बाद १७ फरवरी २०१८ को Jyoti Kumari नामक एक फेसबुक पेज पर यही फोटो मदद की अपील के साथ साझा की गई |
इसके बाद १८ अप्रैल २०१८ को JAY BHIM नामक फेसबुक पेज पर भी मदद का आह्वान करने वाली फोटो साझा की गई लेकिन पोस्ट में कोई अकाउंट नम्बर वगैरह डिटेल्स नहीं है |
३ जुलाई २०१७ को AsifSK नामक एक ट्वीटर यूजर ने भी यह फोटो ट्वीट किया था |
यांडेक्स रिवर्स इमेज सर्च के बाद यह पता चलता है कि चुन्नीलाल गरासिया नामक एक यूजर ने शेयर चैट पर उपरोक्त पोस्ट में साझा किया हुआ फोटो शेयर किया था |
इस संशोधन से यह बात साफ़ हो जाती है कि, ‘जय हिन्द’ पेज पर जो फोटो साझा किया गया है, वह उमेश कुमार नामक फेसबुक यूजर द्वारा १ अप्रैल २०१७ को साझा किये गए मूल फोटो के साथ छेडछाड किया गया है | हमने जय हिन्द द्वारा साझा फोटो में महिला के हाथ में जो लड़के का फोटो है उसे भी स्क्रीन शॉट लेकर रिवर्स इमेज सर्च किया, लेकिन हमें कोई परिणाम नहीं मिला | उमेश कुमार यूजर द्वारा मूल फोटो साझा करते हुए जो दावा किया है, उससे सम्बंधित अलग अलग की वर्ड्स के साथ गूगल सर्च करने से भी कोई परिणाम सामने नही आते है | सो मूल फोटो को लेकर भी कोई सच्चाई पता नहीं की जा सकती | लेकिन यह बात तो स्पष्ट हो जाती है कि उपरोक्त जय हिन्द द्वारा साझा की जा रही फोटो ओरीज़िनल तस्वीर के साथ छेड़छाड़ कर बनायी गयी है |

जांच का परिणाम : इस संशोधन से यह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त पोस्ट में साझा की गई तस्वीर छेडछाड की गई है तथा गलत है |