क्या पत्रकार अभिसार शर्मा मोदी सरकार की बुराई करवाने के लिए लोगों को पैसे दे रहे हैं ? जानिये सच |

False National Political
अभिसार शर्मा का यह चित्र हमने Indiaspeaksdaily से प्रतिनिधित्व के लिए लिया है |

तेज़ी से साझा होने वाली एक फेसबुक पोस्ट मे यह दावा किया जा रहा है कि अभिसार शर्मा लोगों को पैसे देकर मोदी सरकार की बुराई करने को बोल रहे हैं  |” इस विडियो मे अभिसार शर्मा गांव के एक बुज़ुर्ग को एक कागज़ जैसा कुछ देते हुए दिख रहें हैं और दावा किया जा रहा है कि वो मोदी सरकार की बुराई करने के लिए पैसे दे रहे हैं | कितनी सच्चाई है इस दावे में, आइये देखते हैं |

सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:  

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FacebookPost | ArchivedLink

तथ्यों की जांच:

हमने जांच की शुरुआत उपरोक्त विडियो मे लिखे ‘NewsClick’ के वेबसाइट पर जाकर की | इस ख़बर मे अभिसार शर्मा ने उत्तर प्रदेश के मेरठ, कैराना, मुज़फ्फ़रनगर और बागपत शहरों मे जाकर वहाँ की जनता और किसानों से उनकी समस्याओं पर बात की थी |

फिर हमने यही विडियो यूट्यूब मे ढूंढ कर उसे फ्रेम दर फ्रेम देखना शुरू किया | २० मिनट और १६ सेकंड के इस विडियो मे आप १२ मिनट ४ सेकंड पर देख सकतें है की अभिसार शर्मा कागज़ का एक छोटा टुकड़ा उस गांव के एक बुज़ुर्ग को दे रहें हैं |

इसके बाद हमने अभिसार शर्मा का फेसबुक अकाउंट ढूँढा |

पहले परिणाम पर जाते ही हमें एक विडियो मिला, जिसमे अभिसार शर्मा ने उपरोक्त विडियो पर अपना बयान देकर खुलासा किया है |

FacebookPost  

अभिसार शर्मा ने उपरोक्त विडीओ को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से 27/03/19 को पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा है की “दोस्तों यह पूरा विडीओ है जहाँ ये स्पष्ट होता है कि ग्रामीण व्यक्ति ने मुझे एक न्यूज़ पेपर की क्लिपिंग थमाई थी जिसे मैंने उन्हें वापस किया था”।

उनके बयान के अनुसार वह कागज दरअसल एक अखबार की खबर थी | विडियो मे दिखने वाले गांव के बुज़ुर्ग व्यक्ति ने वह अखबार में छपी एक खबर का कटिंग अभिसार को देखने के लिए दी थी, जो वापस करते वक़्त का रिकॉर्डिंग उपरोक्त विडियो मे प्रसारित किया जा रहा है |

अखबार में छपे उस खबर की हैडलाइन में लिखा है कि ‘गन्ना मूल्य निर्धारण के लिए विशेष सचिव हाईकोर्ट में तलब’ |

इस खुलासे से यह साबित होता है कि अभिसार शर्मा गांव के एक बुज़ुर्ग द्वारा दिया गया अखबार का टुकड़ा उन्हें लौटा रहे थे, ना कि उन्हें पैसे दे रहे थे |

निष्कर्ष : ग़लत
तथ्यों की जांच से इस बात की पुष्टि होती है कि किया गया दावा ‘अभिसार शर्मा लोगों को पैसे देकर मोदी सरकार की बुराई करने को बोल रहे हैं |’ ग़लत है | उपरोक्त पोस्ट मे अभिसार शर्मा गांव के एक बुज़ुर्ग द्वारा दिया गया अखबार का टुकड़ा उन्हें लौटा रहे थे, ना कि उन्हें पैसे दे रहे थे

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Title:क्या पत्रकार अभिसार शर्मा मोदी सरकार की बुराई करवाने के लिए लोगों को पैसे दे रहे हैं ? जानिये सच |

Fact Check By: Nita Rao 

Result: False