
तेज़ी से साझा होने वाली एक फेसबुक पोस्ट के दर्शाये चित्र में यह दावा किया जा रहा है कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की माँ हिराबेन ने अपने हाथों में एक पोस्टर पकड़ा हुआ है, जिसमे लिखा है कि ‘झूठ बोलना और चोरी करना नरेंद्र मोदी की बचपन से आदत है |’ कितनी सच्चाई है इस बात में, आइये देखते हैं |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
तथ्यों की जांच:
हमने जांच की शुरुआत उपरोक्त चित्र को यांडेक्स मे ढूंढ कर की | ढूँढने पर हमें कई सारे सामान दिखने वाले चित्र मिले जिसमे हीराबेन ने अलग अलग पोस्टर पकड़ा हुआ है |
इन्ही चित्रों के खोज में से कुछ चित्रों के सामने लिखा था कि पाकिस्तानी प्रधान मंत्री नवाज़ शरीफ़ द्वारा भेजा गया भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की माँ को साड़ी का तोहफ़ा | मगर नवाज़ शरीफ़ सिर्फ़ २८ जुलाई २०१७ तक ही पाकिस्तान के प्रधान मंत्री के पद पर रहें है | मतलब उपरोक्त चित्र २०१७ के भी पहले से साझा की जा रही है | फिर हमने नवाज़ शरीफ़ के दिए गए तोहफ़े से जुड़े प्रकाशन ढूंढें |
न्यूज़18 द्वारा प्रकाशित ६ जून २०१४ की इस ख़बर में लिखा था कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की माँ पाकिस्तान के प्रधान मंत्री नवाज़ शरीफ़ द्वारा भेजे साड़ी के तोहफ़े को पकड़कर पोज़ दिया | इस प्रकाशन मे हमें उपरोक्त चित्र जैसा सामान दिखने वाला चित्र मिला |
पूरे प्रकाशन को पढ़ने के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें |
News18 | ArchivedLink
इसके पश्चात हमने इसी तोहफ़े के बारे मे यांडेक्स में और प्रकाशन ढूँढा और हमें ‘देश गुजरात’ द्वारा प्रकाशित २ ख़बरें मिली |
२८ मई २०१४ के पहली ख़बर में यह लिखा था कि नवाज़ शरीफ़ की बेटी मरयम नवाज़ शरीफ़ ने मोदी द्वारा दिए गए मरियम की दादी के लिए भेजे गए तोहफ़े पर धन्यवाद दिया है |
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DeshgujaratPost | ArchivedLink
इस प्रकाशन में मरियम द्वारा एक ट्वीट को भी दर्शाया गया है |
‘देश गुजरात’ द्वारा ५ जून २०१४ को दुसरे प्रकाशन में मोदी द्वारा भेजे गए तोहफ़े के बदले मे नवाज़ शरीफ़ का नरेंद्र मोदी की माँ को भेजे गए तोहफ़े के बारे मे लिखा है |
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DeshgujaratPost | ArchivedLink
इस ख़बर को कई सारे अखबारों ने भी प्रकाशित किया था | पूरे प्रकाशन को पढ़ने के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें |
NDTVPost | ArchivedLink | LivemintPost | ArchivedLink | EconomictimesPost | ArchivedLink |
ThehinduPost | ArchivedLink | IndianexpressPost | ArchivedLink | PMindiaPost | ArchivedLink |
हमारे खोज में हमने पाया कि २०१९ के चुनाव के पहले भी हीराबेन द्वारा यही चित्र को बदल कर साझा हो रही थी जिसमे दर्शाया गया था कि हीराबेन नरेंद्र मोदी के लिए वोट देने बोल रहीं हैं |
हमारे संशोधन से यह बात की पुष्टि होती है कि उपरोक्त चित्र को फोटोशोप किया गया है और असली चित्र २०१४ की थी जिसमे हीराबेन ने हाथ में नवाज़ शरीफ़ द्वारा दिए गए तोहफ़े को पकड़ा था |
निष्कर्ष : ग़लत
तथ्यों की जांच के बाद हम उपरोक्त पोस्ट को पुख्ता तरीक़े से ख़ारिज करते हुए इस चित्र का दावा ग़लत पाते है | असलियत में हीराबेन ने अपने हाथों मे नवाज़ शरीफ़ द्वारा भेजे गए तोहफ़े का डब्बा पकड़ा है, किसी भी तरीके का लेख वाला पोस्टर नहीं |

Title:क्या प्रधान मंत्री की माँ ने अपने हाथ में अपने ही बेटे की बुराई करने वाला एक पोस्टर पकड़ा हैं? जानिये सच |
Fact Check By: Nita RaoResult: False
