बांग्लादेशी प्रदर्शनकारियों ने हिन्दू क्रिकेटर लिटन दास के घर में आग नहीं लगाई , वीडियो भ्रामक व सांप्रदायिक दावे के झूठे एंगल से वायरल।

बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के तख्ता पलटने के बाद बड़ा सियासी भूचाल मचा हुआ है। हालांकि बांग्लादेश में नई सरकार गठन की पूरी कवायद चल रही है। इससे पहले सोमवार को विरोध और दंगों के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अचानक ही इस्तीफा देकर देश छोड़कर हेलीकॉप्टर से भारत पहुंच गई। इसके बाद हजारों प्रदर्शनकारियों ने हसीना के आवास पर धावा बोलते हुए गेट तोड़ दिए और सब कुछ तबाह कर दिया। बांग्लादेश के हालातों को लेकर सोशल मंचों पर कई पोस्ट और वीडियो को साझा किया हुआ देखा जा रहा है। इसी में वायरल एक वीडियो में एक घर में लगी आग को दिखाते हुए दावा किया जा रहा है कि बांग्लादेश क्रिकेट टीम के हिंदू क्रिकेटर लिटन दास के घर को कुछ सांप्रदायिक लोगों ने आग लगा दी। वायरल पोस्ट के साथ कैप्शन में यह लिखा गया है….
सेक्युलर हिंदुओं ये लिटन दास का घर है जिसको कटुआ लोगो ने जला दिया ये नही पूछा सेक्युलर हो या किस जाति के हो बाद जला तुम हिंदुओं ऐसे ही पेले जावोगे किसी दिन
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने वीडियो की पड़ताल के लिए तस्वीर निकाल कर रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में हमें बांग्लादेशी मीडिया के हवाले से कुछ रिपोर्ट्स प्रकाशित मिली। इन सभी के अनुसार वायरल वीडियो में जल रहा घर बांग्लादेश के पूर्व क्रिकेट कप्तान मशरफे मुर्तजा का है, न कि लिटन दास का है। हमने सबसे पहले यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ़ बांग्लादेश की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट देखा जो 5 अगस्त 2024 का है। इसमें लिखा गया है कि मशरफे के नरैल स्थित घर में तोड़फोड़ और आगजनी की गई थी। कुछ लोगों ने नरैल-2 निर्वाचन क्षेत्र से विधायक मशरफे बिन मुर्तजा के घर में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। इस रिपोर्ट में हम वायरल वीडियो वाले घर की एक तस्वीर को पोस्ट किया हुआ देख सकते है।
इसी तारीख में हमने ढाका पोस्ट की वेबसाइट वायरल वीडियो वाले स्क्रीनग्रैब का इस्तेमाल किया हुआ देखा। इसके साथ यह लिखा था कि मशरफे के साथ नरैल लीग के नेताओं के घरों पर तोड़फोड़ और आगजनी सोमवार (5 अगस्त) को दोपहर से शाम तक जारी रही। प्रत्यक्षदर्शी सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और देश छोड़ने की खबर के बाद आम लोग जश्न मनाने के लिए नारेल पहुंचे। दोपहर में शहर के चौराहे पर विजय उत्सव के बाद महिशखोला में मशरफे बिन मुर्तजा के घर पर हमला कर तोड़फोड़ की और आग लगा दी। उस समय, मशरफे के घर के बगल में स्थित नरैल जिले के अवामी लीग के अध्यक्ष एडवोकेट सुबास चंद्र बोस के घर में तोड़फोड़ की गई और आग लगा दी गई थी। बाद में, सिटी टर्मिनल पर जिला अवामी लीग कार्यालय और बंगबंधु भित्ति चित्र को तोड़ दिया गया था।
बांग्लादेश पोस्ट की हवाले से इस घटना के संदर्भ में जानकारी दी गई थी कि नरैल-2 निर्वाचन क्षेत्र से विधायक मशरफे बिन मुर्तजा के घर पर सोमवार सोमवार 5 अगस्त दोपहर कुछ लोगों ने तोड़फोड़ की और आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों ने जिला परिषद के अध्यक्ष अधिवक्ता सुभाष चंद्र बोस और जिला अवामी लीग के महासचिव निज़ाम उद्दीन खान नीलू के घरों में भी तोड़फोड़ की और आग लगा दी। साथ ही पुराने बस टर्मिनल पर जिला अवामी लीग कार्यालय में आग लगा दी गई। जिस पर जिला बीएनपी महासचिव अल्हाज मोहम्मद मोनिरुल इस्लाम ने कहा, ”हमें नहीं पता कि कौन आग लगा रहा है, तोड़फोड़ और लूटपाट कर रहा है। ” हमने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को शांत रहने का निर्देश दिया है। जबकि मामले पर नरैल पुलिस अधीक्षक मोहम्मद मेहदी हसन ने कहा कि वे जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
इसके आलावा अन्य मीडिया (आर्काइव) रिपोर्ट्स (आर्काइव) को देखने के बाद यहीं पता चलता है कि देश भर (आर्काइव) में अवामी लीग के विभिन्न पार्टी कार्यालयों में तोड़फोड़ करते हुए आग लगा दी गई थी। जिसमें मशरफे बिन मुर्तजा के घर और शाकिब के पार्टी कार्यालय में आग लगा दी गई थी।
अंत में हमने लिटन दास के सोशल मीडिया हैंडल पर उनके घर में आग लगाने की घटना संबंधित पोस्ट को भी ढूंढा। लेकिन हमें ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली जो वायरल दावे की पुष्टि कर सकें। इसलिए हम इस आधार पर कह सकते हैं कि सांप्रदायिकता के दावे से वायरल वीडियो लिटन दास के घर को जलाने का नहीं है।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच पश्चात हमने यह पाया कि वायरल वीडियो बांग्लादेश के पूर्व क्रिकेट कप्तान और अवामी समर्थक सांसद मशरफे बिन मुर्तजा के घर में लगी आग का है। इसे लिटन कुमार दास के घर में आग लगाए जाने के झूठे दावे व सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया गया है।

Title:बांग्लादेश में लिटन दास के घर में आग लगाने का झूठा वीडियो वायरल, इसका सांप्रदायिक से नहीं है कोई संबंध…
Written By: Priyanka SinhaResult: Missing Context
