यह वीडियो कोरोना के समय साल 2021 में गाजीपुर में गंगा किनारे पड़े शवों का है। यह हाल का वीडियो नहीं है।

महाकुंभ से जोड़ कर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक पत्रकार गंगा किनारे पड़ी लाशों को दिखाते हुए रिपोर्टिंग कर रहा है। वीडियो में एक शख्स मास्क लगाए गंगा किनारे रिपोर्टिंग कर रहा है। वीडियो में रिपोर्टिंग कर रहा शख्स गंगा किनारे पड़ी लाशें और उसे नोचते कुत्तों के दृश्य भी दिखा रहा है। साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को फोन लगाते भी नजर आ रहा है। इस वीडियो को शेयर करते हुए यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि यह उत्तर प्रदेश के गाजीपुर का हालिया वीडियो है, जबकि प्रयागराज में महाकुंभ में चल रहा है। वीडियो में टेक्स्ट भी है, जिसमें लिखा हुआ है “नोच रहे थे कुत्ते, कितना गिनूं; जब सीएम योगी को मिलाया फोन!” वायरल पोस्ट के साथ एक कैप्शन में लिखा गया है कि…
यूपी के गाजीपुर मे मोदी और योगी की पोल खोल रहा यह वीडियो गंगा नदी मे तैर रही है सैकड़ों लाशे एक तरफ #महाकुंभ_प्रयागराज का डंका बजाया जा रहा है दूसरी तरफ उसी गंगा मे लाशे तौर रही है झूठोमक्कारो बेशर्मो की सरकार चल रही है देश और प्रदेश मे #महाकुंभ_2025_प्रयागराज #kumbhmela2025
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अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में वायरल वीडियो के कीफ्रेम को गूगल लेंस से सर्च किया। परिणाम में हमें Brajbhushan Markandey नाम के एक यूट्यूब चैनल पर 17 मई 2021 को अपलोड किया गया यह वीडियो मिला। इसे देखने पर हमने पाया कि वायरल वीडियो इसी का एक हिस्सा है। हमने देखा कि वायरल वीडियो में एक थंबनेल है, जिसमें लिखा है, ‘नोच रहे थे कुत्ते, कितना गिनूं; जब CM योगी को मिलाया फोन’। वायरल वीडियो में लिखा गया टेक्स्ट यही वाला हैं।
इसके बाद हमारा ध्यान वीडियो के नीचे लिखे डिस्क्रिप्शन पर गया। इसमें बताया गया था कि वीडियो उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जनपद अंतर्गत मोहम्मदाबाद तहसील के हर बलम पुर गांव के पास का है। जब वह गंगा के किनारे दो दर्जन पार्थिव शरीरों को गिनने के बाद और आगे नहीं बढ़ सके। उन्होंने रिपोर्ट में बताया कि महिलाओं और पुरुषों के पार्थिव शरीर गंगा नदी के घाट पर कुछ पानी के अंदर और कुछ बाहर थे। कुछ शवों को कुत्ते नोच–नोच कर खा रहे थे।
थोड़ा और ढूंढने पर हमें ब्रजभूषण के यूट्यूब अकाउंट पर 8 फ़रवरी 2025 को अपलोड किया गया एक और वीडियो मिला। इसमें उन्होंने वायरल वीडियो का खंडन किया है और इसे अफवाह बताया है। वीडियो में वो कहते हैं कि “मैंने इस संबंध में डीजीपी कार्यालय को भी सूचित किया है और साइबर सेल भी शिकायत भी दर्ज कराई है।“
हमने वायरल वीडियो के संबंध में गाजीपुर में गंगा किनारे हालिया दिनों में शव मिलने से जुड़ी रिपोर्टों की तलाश की। लेकिन हमें ऐसी कोई भी रिपोर्ट या सूचना नहीं मिली जिससे वायरल दावे की पुष्टि हो।
दरअसल भारत में कोविड 19 महामारी के दौरान मार्च 2020 में पहली बार सरकार ने लॉकडाउन लगाया था। फिर इसके बाद अप्रैल-मई 2021 में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने भारी तबाही मचाई थी। वहीं यूपी में अस्पतालों में ऑक्सीजन और बेड की कमी होने की खबरें रिपोर्ट की गई थीं। इस दौरान गाजीपुर, बिहार के बक्सर और अन्य हिस्सों में गंगा नदी में तैरते हुए शवों की खबरें सामने आई थीं। ब्रजभूषण दुबे अपनी वीडियो में गंगा में शव मिलने की ऐसी ही एक खबर को दिखा रहे थे, जिसे गलत संदर्भ से जोड़ कर फैला दिया गया।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है जो हाल का नहीं है। यह वीडियो साल 2021 में गाजीपुर में गंगा किनारे फेंकी हुई लाशों को लेकर पत्रकार ब्रजभूषण मार्कंडेय द्वारा की गई रिपोर्टिंग का है। उसी वीडियो को हाल का बता कर भ्रामक रूप से साझा किया है रहा है।

Title:कोरोना के दौरान गंगा किनारे मिली लाशों का वीडियो हाल का बता कर और महाकुंभ से जोड़ कर भ्रामक दावे से वायरल…
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: False
