जयपुर में जमीन विवाद के दौरान हुई पथराव की घटना हाल में हुई मुर्शिदाबाद हिंसा से जोड़ कर वायरल…

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मुर्शिदाबाद हिंसा के नाम पर जयपुर के मालपुरा गेट इलाके में जमीन विवाद के दौरान पथराव की घटना का पुराना वीडियो फर्जी दावे से फैलाया जा रहा है।

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ हुई हिंसा के बाद से वहां की स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।इसी संदर्भ में इंटरनेट पर एक वीडियो काफी वायरल किया गया है। इसमें कुछ लोगों के बीच मारपीट और पत्थरबाजी होती दिखाई दे रही है और कुछ लोगों को खदेड़ा भी जा रहा है। वीडियो शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद हिंसा का वीडियो है। जहां पर हिन्दुओं को खदेड़ा जा रहा है जिसकी वजह से हिंदू पलायन कर रहे हैं।वहीं पोस्ट के साथ कैप्शन लिखा गया है कि…

#मुर्शिदाबाद_जिहादी_हमला जिस घर मेंबैठ कर IPL देख रहें हों परिवार समेत उससे ऐसे ही खदेड़ कर भगाएं जाओगे..!! जागो हिन्दुओं जागो

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने जांच की शुरुआत में वीडियो के कीफ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में हमें यह वीडियो इंडिया टीवी के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर मिला। यहां पर वीडियो को 9 अप्रैल 2024 को शेयर किया गया था। इसके साथ दी गई जानकारी के अनुसार वायरल वीडियो जयपुर का है, जहां पर जमीन कब्जे को लेकर दो गुटों में विवाद हुआ था और पत्थर भी फेंके गए थें।इस घटना में पांच लोग घायल हो गए थें। घटना में 40 से 50 बदमाशों ने एक ही परिवार पर हमला किया था। इस दौरान पत्थरबाजी में महिला समेत पांच लोग जख्मी हो गए थें।

हमें इस घटना के बारे में एनडीटीवी की वेबसाइट पर भी रिपोर्ट प्रकाशित मिली। 9 अप्रैल 2024 की इस रिपोर्ट के अनुसार जमीन का विवाद 16 बीघे पुश्तैनी जमीन को लेकर हुआ था। इस जमीन पर भरतपुर के बयाना निवासी सुभाष चंद व नंद किशोर कब्जा करना चाहते थें। मामला बढ़ता गया और भयंकर विवाद हो गया। रिपोर्ट में वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट को भी देखा जा सकता है।

इस घटना पर हमें मिली आज तक की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना जयपुर के मालपुरा थाना इलाके के दादाबाड़ी जैन मंदिर के पास हुई थी। 8 अप्रैल 2024 को छपी इस रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से बताया गया था कि मामला जमीन विवाद का था जहां एक पक्ष की तरफ से आए बदमाशों ने पीड़ित शंकरलाल सुईवाल समेत उनके परिवार पर जमकर पथराव कर दिया था। 

इसके बाद इसी मामले पर 11 अप्रैल 2024 को छपी आजतक की रिपोर्ट में यह बताती है कि पुलिस ने पथराव के मामले में 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें भरे बाजार नंगे पांव पैदल घुमाया था। गिरफ्तार आरोपी सुभाष और नंदकिशोर के अलावा इस रिपोर्ट में 8 अन्य आरोपियों के नाम भी शामिल किए गए थें।

इस घटना की अन्य रिपोर्ट को यहां और यहां पर भी देख सकते हैं। जिनसे यह बात तो पूरी तरह साफ़ हो जाती है वायरल वीडियो का किसी भी कम्युनल एंगल से कोई संबंध नहीं है और ये वीडियो भी मुर्शिदाबाद हिंसा जुड़ी नहीं है।

निष्कर्ष 

तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि वायरल वीडियो मुर्शिदाबाद का नहीं है और इसका सांप्रदायिक मामले से भी कोई संबंध नहीं है। असल में वीडियो राजस्थान के जयपुर में संपत्ति विवाद को लेकर हुई हिंसा का है, जिसे वक्फ कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा के भ्रामक दावे से शेयर किया जा रहा है। 

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Title:जयपुर में जमीन विवाद के दौरान हुई पथराव की घटना हाल में हुई मुर्शिदाबाद हिंसा से जोड़ कर वायरल…

Fact Check By: Priyanka Sinha 

Result: False

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